बिरौल देशज टाइम्स ब्यूरो। सहरसा-बिरौल मुख्य सड़क का निर्माण होने से कई जिलों के लोगों को एक दूसरे से जुड़ने के साथ किसानों के लिए भी काफी उपयोगी साबित हो रहा है। तभी तो इस सड़क किनारे बसे दर्जनों किसान अपने खेतों से कटाई कर लाए गए मक्का को यहां सुखाने के बाद उसे बोरियों मे पैकिंग कर अच्छी कीमत में बेच देते हैं।
बताया जाता है, जब सड़क का निर्माण नहीं हुआ था तब किसानों को अपने घर खलिहानों मे ही मौजूद जगह में मक्का को धूप दिखाना पड़ता था। उसके बाद खरीदार को किसानों के घर जाकर मक्का की खरीदारी कर उसे नाव से ले जाना पड़ता था। अब यह समस्या समाप्त हो गया और अपने उपयोग के लिए रखने के बाद उसे सड़क पर से ही किसानों की ओर से अच्छी कीमत में मक्का को खुले बाजारों में बेच दिया जाता है।
स्थानीय किसान रामदेव यादव, सुखदेव सहित कई अन्य किसानों का कहना है, इस बार ओलावृष्टि से मक्का के फसल को काफी क्षति हुई है लेकिन सरकार ने हम किसानों को इसकी भरपाई के लिए उदासीन बनी हुई है।