Darbhanga Airport; सफलता की कहानी –
दरभंगा। 8 नवंबर 2020 को शुरू हुआ दरभंगा एयरपोर्ट आज अपनी सफलता के चार वर्ष पूरे कर चुका है। उड़ान योजना (Regional Connectivity Scheme) के तहत शुरू किए गए इस एयरपोर्ट ने यात्रियों की सुविधाओं और संख्या के मामले में कई रिकॉर्ड बनाए हैं।
शुरुआती सफर से लेकर आज तक
- शुरुआत: 3 फ्लाइट्स के साथ हुई थी एयरपोर्ट की शुरुआत।
- वर्तमान: अब 18 फ्लाइट्स यहां से नियमित रूप से संचालित हो रही हैं।
- यात्री वृद्धि:
- पहले प्रति दिन 800-900 यात्री यात्रा करते थे।
- अब यह संख्या बढ़कर 1800-2000 यात्रियों तक पहुंच गई है।
वित्तीय सफलता
- 2022-23: एयरपोर्ट ने लगभग 1 करोड़ का लाभ कमाया।
- 2023-24: अक्टूबर तक यह लाभ 8 करोड़ तक पहुंच गया।
- नए रूट: यात्रियों की मांग को देखते हुए इंडिगो ने
- 1 दिसंबर से दिल्ली के लिए नई सेवा शुरू की।
- 14 दिसंबर से मुंबई के लिए सेवा शुरू की।
यात्रियों की रिकॉर्ड संख्या
- महज 1 वर्ष में: 5 लाख से अधिक यात्रियों ने आवाजाही की।
- चार वर्षों में: 20 लाख से अधिक यात्रियों ने दरभंगा एयरपोर्ट से यात्रा की।
- एक दिन का रिकॉर्ड:
- 29 दिसंबर 2024 को 2134 यात्री।
- 30 दिसंबर को 1662 यात्री।
अन्य एयरपोर्ट की तुलना में आगे
- देशभर में 2017 में शुरू किए गए 63 नए एयरपोर्ट्स में से, दरभंगा में यात्रियों का सबसे अधिक मूवमेंट दर्ज किया गया है।
- गया एयरपोर्ट: जहां औसतन केवल 200 यात्री रोजाना आते-जाते हैं, वहीं दरभंगा में यह संख्या कई गुना अधिक है।
उड़ान योजना का सफल उदाहरण
दरभंगा एयरपोर्ट ने उड़ान योजना के तहत क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता, और हैदराबाद जैसे शहरों के लिए बढ़ाई गई फ्लाइट्स ने मिथिला क्षेत्र को देश के प्रमुख शहरों से जोड़ दिया है।
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