दरभंगा, देशज टाइम्स न्यूज। डीएमसीएच के कोविड जांच लेबोरेटरी में भीषण आग लग गई। इससे तीन जिलों किशनगंज, पूर्णिया व दरभंगा की कोरोना जांच ठप हो गई है। प्रयोगशाला की मशीनें जलकर राख हो गईं हैं। इसमें से कुछ को ठीक करने के लिए मरम्मत के लिए भेजा जा रहा है। आग कब और कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार,लेबोरेटरी में करीब एक दर्जन से अधिक जिलों के नमूने की जांच हो चुकी है। 74 हजार से अधिक नमूने की जांच हो चुकी है। इस जांच में साढ़े तीन हजार से अधिक मरीजों में कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आ चुकी है। वर्तमान में तीन जिलों के नमूने की जांच हो रही है। यहां औसतन 600 संदिग्ध मरीजों के नमूने की जांच होती है। इस लेबोरेटरी में नमूने की जांच का काम सात महीने से चालू है। प्राचार्य डॉ. एचएन झा ने बताया, तीन जिलों के स्वास्थ्य अधिकारियों को तत्काल इस लेबोरेटरी में नमूने भेजने पर रोक लगा दी है। आग शॉट सर्किट से लगने की बात सामने आई है। फिर भी आग कैसे लगी, इसकी खोजबीन की जा रही है। लेबोरेटरी में मात्र डीप फ्रीजर के मोटर जलने की बात सामने आई है।
बताया जाता है, किशनगंज, पूर्णिया व दरभंगा के अधिकारियों को कोविड जांच के नमूने डीएमसीएच नहीं भेजने के लिए फिलहाल कहा गया है। सूचना स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। आग कब और कैसे लगी इसकी जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, डीएमसी में तैनात एक गार्ड ने सुबह बायोसेफ्टी लेवेल थ्री लेबोरेटरी में सायरन की आवाज सुनी। उसने लेबोरेटरी की खिड़की से धुंआ निकलते देखा। इसके बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। इसकी सूचना गार्ड ने प्राचार्य को दी। प्राचार्य और माइक्रोबायोलॉजी विभाग के अध्यक्ष घटना स्थल पर पहुंचे। प्राचार्य ने फायर ब्रिगेड को इसकी सूचना दी।
इधर, बिजली की मेन लाइन काटकर अधिकारी लेबोरेटरी पहुंचे। खोजबीन के बाद एक डीप फ्रीजर के मोटर जलने की बात सामने आई है। डीप फ्रीजर छोड़कर लेबोरेटरी के अन्य उपकरण के नुकसान की बात सामने अभी तक नही आई। बताया गया है कि यह आग शॉट सर्किट से लगी है।