दरभंगा | मिथिला क्षेत्र की रेलवे कनेक्टिविटी को अभूतपूर्व विस्तार देने की दिशा में बड़ी पहल की जा रही है। विशेषकर दरभंगा रेलवे स्टेशन को विश्वस्तरीय स्टेशन के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य प्रगति पर है। इसके तहत, रेलवे का Centre Point बनने से बस दो कदम दूर Darbhanga अपने रेलवे की जमीन पर मखाने की खेती, Industrial Investment के नव द्वार भी खोलेगा।
शीशो बाइपास स्टेशन पर Washing Pit भी जल्द
साथ ही, शीशो बाइपास स्टेशन पर Washing Pit भी जल्द यात्रियों की सुविधा का मुख्य प्वाइंट होगा। यह जानकारी लोकसभा में भाजपा के सचेतक एवं सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर ने भारतीय रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार के साथ बैठक के बाद दी।
57 परियोजनाओं में मिथिला को प्राथमिकता, दो-तिहाई राशि इसी क्षेत्र के लिए आवंटित
2014 के बाद बिहार में 57 नई रेल परियोजनाएं और ढांचागत विकास पर ₹86,548 करोड़ का निवेश हुआ है।
इसमें दो-तिहाई भाग मिथिला क्षेत्र की परियोजनाओं को दिया गया है।
डॉ. ठाकुर ने रेलवे चेयरमैन से दरभंगा स्टेशन पर निर्माण कार्यों में तेजी लाने का आग्रह किया, ताकि यह स्टेशन मिथिला का रेलवे हब बन सके।
‘नमो भारत ट्रेन’ की शुरुआत पर जताया आभार, दरभंगा से नई ट्रेनों की मांग
जयनगर-मधुबनी से पटना के बीच शुरू हुई ‘नमो भारत ट्रेन’ को लेकर सांसद ने रेलवे बोर्ड और अधिकारियों का आभार जताया।
उन्होंने बताया कि इस सुविधा की मांग कई वर्षों से लंबित थी, जिसके लिए उन्होंने निरंतर रेल मंत्री और अधिकारियों से संवाद किया था।
रेलवे की ज़मीन पर मखाना खेती और औद्योगिक निवेश का प्रस्ताव
सांसद डॉ. ठाकुर ने बैठक में सुझाव दिया कि:
रेलवे की खाली जमीन पर रोजगारपरक निर्माण और औद्योगिक निवेश हो।
रेलवे के जलाशयों में मखाना खेती कर आय और रोजगार बढ़ाया जा सकता है।
शीशो बाइपास स्टेशन पर वाशिंग पिट के लिए विशेष आग्रह
उन्होंने शिशो बाईपास स्टेशन पर वाशिंग पिट के निर्माण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि:
वहां जमीन अधिग्रहण में कोई बाधा नहीं है।
इससे ट्रेनों के वाशिंग कार्य में समय की बचत और प्रशासनिक दक्षता बढ़ेगी।
बैठक में शामिल हुए शीर्ष अधिकारी
इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे, जिनमें शामिल हैं:
हाजीपुर रेलवे जोन के जीएम छात्रसाल सिंह
समस्तीपुर डीआरएम विनय श्रीवास्तव
अन्य दर्जनों रेलवे विभाग के शीर्ष अधिकारीदरभंगा रेलवे स्टेशन अपडेट
तो दरभंगा न केवल रेलवे का केंद्रबिंदु बनेगा, बल्कि
दरभंगा और मिथिला क्षेत्र को केंद्र में रखकर रेलवे विकास की बड़ी योजना सामने आ रही है। सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर की सक्रियता और रेलवे बोर्ड के साथ समन्वय से क्षेत्र की आवागमन, रोजगार और औद्योगिक विकास को नई गति मिलने वाली है। यदि ये योजनाएं समय पर पूरी होती हैं, तो दरभंगा न केवल रेलवे का केंद्रबिंदु बनेगा, बल्कि पूरे उत्तर बिहार के विकास का इंजन भी।