सतीश झा, बेनीपुर, देशज टाइम्स। उपकारा बेनीपुर से विचाराधीन बंदी सोनू कुमार दास के लापता होने के मामले को लेकर जेल प्रशासन ने बहेरा थाना में प्राथमिकी संख्या 289/23 दर्ज करा कर अपने दायित्व से इतिश्री पा ली है।
वहीं, उक्त बंदी के गायब होने में पूरे जेल महकमे की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है, जिसे छुपाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। आज पुनः उपकारा कर्मी और पदाधिकारी आस परोस की सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुटे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार, अशोक पेपर मिल थाना कांड संख्या 139 /22 के नामजद अभियुक्त सोनू कुमार दास पिता लालो दास पिछले 1 माह से बेनीपुर उपकरा में विचाराधीन कैदी के रूप में था। जिसे सोमवार की सुबह 9:00 बजे पेशी से पूर्व खोजबीन के करने के क्रम में गायब पाया गया।
वहीं, जानकार सूत्र बताते हैं कि आखिर जेल में दो-दो बड़े गेट रहने, पूरे परिसर सीसीटीवी कैमरे की जद में रहने के बावजूद आखिर सोनू को पाताल खा गई या आकाश निकल गया।आखिर वह कहां गायब हो गया, जिसका जवाब देने के बजाय एक शब्द मात्र पूरे जेल महकमा की ओर से पलायन शब्द का व्यवहार किया जाता है, जो मीडिया के सामने से लेकर प्राथमिकी दर्ज किए जाने तक में व्यवहार की जा रही है।
आखिर पलायन कैसे न्यायालय में पेशी के दौरान या अस्पताल में इलाज के दौरान तो इसका कुछ प्रमाण तो दी जा सकती है, लेकिन सीधे पलायन शब्द का व्यवहार कर अपने दायित्व से छुटकारा पाना चाहते हैं।
वैसे जानकार सूत्र बताते हैं कि उपकारा परिसर के भीतर भवन निर्माण विभाग की ओ से निरंतर निर्माण एवं मरम्मत कार्य जारी रहता है। लेकिन, इस बीच दो-तीन दिनों से निर्माण कार्य था बंद था। लेकिन इससे पूर्व मजदूरों का हुजूम या अन्य वाहन सामान लेकर आता जाता रहता था।
इससे इस संबंध में कयास लगाए जा रहे हैं कि सोनू या तो मजदूरों के झुंड में बाहर निकल कर फरार हो गया, अन्यथा सामान ढोकर लाने वाले किसी वाहनों में छुपकर जेल से बाहर निकल पड़ा, लेकिन जेल कर्मी गलत ढंग से उसकी गिनती दिखाते हुए एक-दो दिन पूर्व की घटना बता रहे हैं तो आखिर कैसे गायब हुआ? इसका जवाब आखिर देगा तो कौन? इस संबंध में पूछने पर सहायक अधीक्षक चंदन कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कराई गई है और खोज जारी है।