

आरती शंकर, बिरौल। पहले चरण के विधानसभा चुनाव में गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र के 296 मतदान केंद्रों पर सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।
निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक, कुल मतदान प्रतिशत 60.1% दर्ज किया गया।
सुबह से ही जुटीं महिलाएं, लगी लंबी कतारें
सुबह 7 बजे मतदान की प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही महिला मतदाता मतदान केंद्रों पर पहुंच गई थीं। कई केंद्रों पर लंबी कतारें देखने को मिलीं।
जैसे ही मतदान शुरू हुआ, महिलाओं ने उत्साहपूर्वक ईवीएम पर वोट डालकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
पुरुष मतदाताओं की भी अच्छी भागीदारी रही।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, सीसीटीवी से निगरानी
निर्वाचन आयोग ने मतदान को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष कराने के लिए बीएसएफ, सीमा सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस बलों को तैनात किया था। हर बूथ पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे ताकि किसी तरह की गड़बड़ी की संभावना न रहे।
आदर्श मतदान केंद्र पर खानापूरी, सुविधाओं की कमी
बिरौल के मध्य विद्यालय नवटोल बूथ संख्या 125 को इस बार आदर्श मतदान केंद्र घोषित किया गया था।
लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और रही।
केंद्र पर सजावट, पेयजल और स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाएं नदारद दिखीं। विद्यालय परिसर में लगे चापाकल का पानी ही मतदाताओं के उपयोग में लाया गया।
मोबाइल रखने की व्यवस्था सराहनीय
केंद्र पर मतदान करने पहुंचे मतदाताओं के लिए मोबाइल रखने की अलग सुविधा देखी गई। मतदानकर्मियों ने इसके लिए तीन महिला कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया था, जो मतदाताओं के मोबाइल सुरक्षित रखकर टोकन दे रही थीं।
दिव्यांग मतदाता के प्रति कर्मियों की संवेदनशीलता
कमलपुर प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय बूथ संख्या 24 पर दोपहर 12 बजे के करीब मतदान शांत था।
इसी बीच एक दिव्यांग मतदाता ट्राइसाइकिल से मतदान करने पहुंचे।
मतदानकर्मियों ने उन्हें ट्राइसाइकिल से उतरने में मदद की और अंदर ले जाकर वोट डालने में सहयोग किया।
यह दृश्य मतदाताओं के प्रति कर्मियों की संवेदनशीलता का उदाहरण बना।
गौड़ाबौराम विधानसभा में पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। हालांकि आदर्श मतदान केंद्रों की तैयारी में लापरवाही जरूर देखने को मिली, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था और महिला सहभागिता ने इस चुनाव को खास बना दिया।








