दरभंगा, देशज टाइम्स। समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर सभागार में सांसद डॉ. गोपाल जी ठाकुर की अध्यक्षता और नगर विधायक संजय सरावगी, बेनीपुर विधायक विनय कुमार चौधरी, जाले विधायक जीवेश मिश्रा, अलीनगर विधायक मिश्री लाल यादव, हायाघाट विधायक रामचंद्र प्रसाद, जिला परिषद अध्यक्ष रेणु देवी, विधान पार्षद हरि सहनी, अध्यक्ष की ओर से मनोनित सदस्य कन्हैया पासवान, अमरनाथ गामी एवं वीणा झा की उपस्थिति में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की दूसरे दिन की बैठक हुई।
बैठक में दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल, आयुष्मान भारत, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन, लघू सिंचाई प्रमंडल, दरभंगा, कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, योजना एवं विकास विभाग की पदाधिकारियों की ओर से अपने विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों से माननीय अध्यक्ष को अवगत कराया गया।
आयुष्मान भारत के समीक्षा के दौरान आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक डॉ. वीरेन्द्र कुमार की ओर से बताया गया कि दरभंगा जिला में 28 लाख परिवारों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है, जिनमें से 03 लाख 15 हजार लोगों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड किसी भी नजदीकी सीएससी केंद्र पर राशन कार्ड या प्रधानमंत्री का लाभार्थी परिवार के नाम प्रेषित पत्र के साथ अपना आधार कार्ड या सरकार की ओर से मान्यता प्राप्त कोई फोटो पहचान पत्र के साथ जाकर बनवाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि इस कार्ड की विशेषता यह है कि प्रत्येक वर्ष 01 अप्रैल को स्वतः नवीकरण हो जाता है और इस कार्ड का लाभ लाभार्थी जीवन भर उठा सकते है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इस योजना में मरीज का अस्पताल में भर्ती होने के 03 दिन पूर्व और डिस्चार्ज होने के 15 दिन बाद तक ईलाज और दवाईयों पर हुए खर्च भी इसमें शामिल है।
इस पर अध्यक्ष की ओर से तीन महीनों के अंदर पंचायत, प्रखंड, अनुमंडल स्तर पर कैंप लगाकर शत्-प्रतिशत लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनवाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कोराना महामारी के दौरान कोविड टीकाकरण करवाया गया, उसी प्रकार आयुष्मान लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बनाया जाए। साथ ही इसका व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करवाया जाए, ताकि लोगों को इस कार्ड की लाभ की जानकारी प्राप्त हो सके।
बैठक में जिला समन्वयक को निर्देशित किया गया कि विधायक, जिला परिषद, प्रमुख, मुखिया, पंचायत समिति को आयुष्मान कार्ड के लाभुकों का लिस्ट का पीडीएफ बनाकर उनके व्हाट्स एप मोबाइल पर उपलब्ध कराया जाए, ताकि उनके द्वारा लाभुकों को आयुष्मान कार्ड के बारे में जानकारी मिल सके, ताकि वह अपना कार्ड जल्द से जल्द बनवा सके।
आयुष्मान कार्ड का अनुश्रवण करने के लिए नोडल पदाधिकारी को नामित करने का निर्देश माननीय अध्यक्ष महोदय द्वारा सिविल सर्जन को दिया गया।
बैठक में अध्यक्ष ने दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कचरा प्रबंधन के लिए एक अलग से कमिटी बनाकर बैठक करने का प्रस्ताव दिया। इसके साथ ही डीएमसीएच में पीएम केयर फंड से बने आईसीयू, वेंटीलेटर युक्त आईसीयू., आर्थोंपेडिंग आदि को मरीजों के लिए सुचारू रूप से संचालित रखने का निर्देश दिया।
जाले विधायक ने मांग की कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, सिंहवाड़ा में अल्ट्रासाउंड की एवं डिजिटल एक्स-रे मशीन की व्यवस्था अविलम्ब करवाया जाए। उन्होंने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ब्रह्मपुर, मुरैठा, घोघरहा में डॉक्टर की नियमित नियुक्ति कराने का प्रस्ताव दिया। इसमें एमबीबीएस, आयुष डॉक्टर, एएनएम एवं जीएनएम. शामिल हैं। उन्होंने अध्यक्ष महोदय को भवानीपुर में एक नई अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनवाने का सुझाव दिया।
अलीनगर विधायक ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, तारडीह में एक्स-रे मशीन नहीं रहने के कारण मरीज को बाहर से एक्स-रे कराना पड़ता है एवं अलीनगर में एक्स-रे मशीन सही से संचालित नहीं हो रहा है। इस पर सिविल सर्जन को वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश अध्यक्ष ने दिया।
बेनीपुर विधायक ने अनुमंडलीय अस्पताल, बेनीपुर में प्रतिनियुक्त डॉक्टर की ओर से प्रतिदिन नहीं आने पर नराजगी व्यक्त करते हुए सिविल सर्जन को कहा कि प्रतिदिन डॉक्टर की उपस्थिति सुनिश्चित करावें।
हायाघाट के विधायक ने कहा कि प्रत्येक विधान सभा में 05-05 स्वास्थ्य केंद्र बनाया जाना है, लेकिन कहीं पर भी इस पर कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। इस पर बैठक में अध्यक्ष की ओर से बीएमएसआईसीएल को निर्देश दिया गया कि जल्द से जल्द इन पर कार्य प्रारंभ करवाया जाए। बीएमएसआईसीएल के पदाधिकारी ने बताया कि कहीं-कहीं पर कार्य प्रारंभ हो गया है।
लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण संगठन की समीक्षा के दौरान बेनीपुर के विधायक ने बताया कि पोह्दी में पीएचईडी से निर्मित नल-जल का पानी नहीं चल रहा है। इस पर अध्यक्ष ने विधायक, बेनीपुर के नेतृत्व में उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी की ओर से बेनीपुर प्रखंड में नल-जल योजना की जांच कर प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया।
नगर विधायक ने बताया कि शीशो पूर्वी, कबीरचक, शीशो पश्चिमी, रानीपुर, सारा मोहम्मद, बासुदेवपुर पंचायत में नल-जल का पानी नहीं चल रहा है।
प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी ने बताया कि पंचायत में जलापूर्ति हो रही है, कहीं आंशिक समस्या है। इस पर अध्यक्ष ने शत्-प्रतिशत जलापूर्ति सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया।
जाले विधायक द्वारा जाले प्रखंड में पीएचईडी द्वारा गरवाए गये चापाकल की जांच करवाने का निर्देश दिया एवं जांच प्रतिवेदन सभी माननीय को उपलब्ध करवाने का प्रस्ताव दिया गया। जिला परिषद् अध्यक्ष की ओर से बताया गया कि लक्ष्मीसागर का पानी टंकी बन्द पड़ा हुआ है, इसे जल्द से जल्द चालू करवाया जाए।
बैठक में अध्यक्ष ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र के सभी पानी टंकी एवं जल-मीनार को सुचारू रूप से चालू करवाने एवं उसकी साफ-सफाई करवाने का निर्देश दिया।
लघु सिंचाई प्रमण्डल दरभंगा की समीक्षा के क्रम में कार्यपालक अभियंता ने बताया कि नलकूप चालू कराने की जिम्मेवारी सभी पंचायतों के मुखिया जी को दिया गया है। इस पर माननीय अध्यक्ष ने निर्देश दिया कि जहां-जहां नलकूप है, वहां के मुखिया जी के साथ बैठक कर ली जाए।
बैठक में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अन्तर्गत प्राप्त राशि को कहाँ-कहाँ खर्च किया गया है और कितना कार्य हुआ है तथा कितना में कार्य किया जाना है, इसका प्रतिवेदन सभी माननीय को उपलब्ध कराने का सुझाव दिया।
आत्मा द्वारा संचालित योजना के संबंध में परियोजना प्रबंधक (आत्मा) ने बताया कि भारत सरकार ने विश्व बैंक से आत्मा योजना 1999 से चालू किया। इसी प्रकार बिहार सरकार में 2004 से प्रारम्भ हुआ तथा दरभंगा जिला में यह योजना 2009 से क्रियान्वित हुई है। इस योजना के अन्तर्गत राज्य, जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर महोत्सव, चौपाल एवं महिला किसान को प्रशिक्षण करवाया जाता है।
जाले विधायक ने प्रस्ताव दिया गया कि जो किसान प्रशिक्षण प्राप्त कर लिये हैं, वे उस विधि से कृषि क्षेत्र में कार्य कर रहे है या नहीं, इसकी प्रतिवेदन बनाकर उपलब्ध कराने को कहा जाए। कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि दरभंगा जिला को 824 मैट्रिक टन उर्वरक प्राप्त हुआ है।
अध्यक्ष ने निदेशित किया कि रबी फसल का समय प्रारंभ हो रहा, इसको देखते हुए सभी किसानों को सरकारी मूल्य पर स-समय यूरिया, डीएपी एवं बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, ताकि कृषकों को कृषि में कठनाई का सामना न करना पड़े। साथ ही जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि उर्वरक की कालाबाजारी को रोकने के लिए जिला उड़नदस्ता टीम को नियमित रूप से सक्रिय कर इसका निरीक्षण करें, ताकि उर्वरक का कालाबाजारी न हो सके।
जिला में युरिया एवं डी.ए.पी. का वितरण किस तरह से चल रहा है, इसकी जाँच उन्होंने संबंधित पदाधिकारी से करवाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि सभी प्रखण्ड में बराबर मात्रा में खाद तथा बीज का वितरण करवाया जाए।
जाले विधायक ने मृदा स्वास्थ्य कार्ड का प्रखंडवार जांच कराकर सूची उपलब्ध कराने का प्रस्ताव दिया। शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान सिमरी मध्य विद्यालय में निर्मित छात्रावास की गुणवत्ता की जाँच करवाने का सुझाव विधायक, जाले द्वारा दिया गया तथा कमतौल बाल उच्च विद्यालय को हस्तगत करवाने का भी प्रस्ताव दिया गया।
बैठक में प्रभारी जिलाधिकारी-सह-उप विकास आयुक्त अमृषा बैंस, अपर समाहर्त्ता (राजस्व)-सह-अपर जिला दण्डाधिकारी राजेश झा ‘‘राजा’’, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर स्पर्श गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी, बेनीपुर शंभु नाथ झा, अनुमण्डल पदाधिकारी, बिरौल संजीव कुमार कापर, विशेष कार्य पदाधिकारी सत्यम सहाय, जिला शिक्षा पदाधिकारी समर बहादुर सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी संजय सिंह, जिला योजना पदाधिकारी नवीन कुमार, परियोजना प्रबंधक (आत्मा) पूणेन्दू नाथ झा एवं अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित थे।