दरभंगा एयरपोर्ट को लेकर वर्ष 2020 में ही भविष्यवाणी की गई थी कि विपरीत मौसम में दरभंगा एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग और उड़ान संभव नहीं हो सकेगा। आवश्यक यंत्र नहीं रहने के कारण यात्रियों की परेशानी बढ़ेगी।
उस दौरान ही कहा गया था, दरभंगा एयरपोर्ट पर उपस्कर अवतरण प्रणाली यानी इंस्ट्रूमेंट लैंडिग सिस्टम (Instrument landing system या ILS) और डीवीओआर (DVOR) सिस्टम नहीं है। इसके अलावा एयरपोर्ट पर रनवे लाइटिंग व ग्राउंड लाइटिंग सिस्टम की व्यवस्था नहीं है। इसका असर अब भी बरकरार है। खराब मौसम शुरू होते ही एयरपोर्ट से उड़ान बंद हो गईं (Fog stopped flight of planes in Darbhanga,) हैं।
जानकारी के अनुसार, खराब मौसम का असर लगातार जारी है। घना कुहासा और दिखाई देने में परेशानी बुधवार को भी जारी है। कुहासे की वजह से विजिबिलिटी कम है।
इसका सीधा असर फ्लाइट्स की उड़ानों पर पड़ रहा है। पटना में जहां 4 फ्लाइट रद रही। कुछ के समय में देरी रही तो वहीं दरभंगा एयरपोर्ट पर आज कोहरे और धुंध की वजह से एक भी विमान नहीं उड़ सका। इसकी जानकारी खुद आथेेरिटी ने ट्वीट कर दी है।
एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से आज सुबह 9 बजे से शाम 5:25 तक के जारी टाइम टेबल के अनुसार कुल 4 फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं. सभी गो एयर की हैं। इनमें दिल्ली से आने वाली और वापस पटना से दिल्ली जाने वाली 2-2 फ्लाइट शामिल हैं।
दरभंगा एयरपोर्ट पर खराब मौसम में भी हवाई सेवा को सामान्य रूप से संचालित करने वाला आइएलएस सिस्टम नहीं है. इससे यह परेशानी हो रही है. सिस्टम लगाने के पहले फेज का काम पूरा हो चुका है. दूसरे सर्किट के इंस्टॉलेशन का काम फरवरी तक पूरा होने की उम्मीद है।
जबकि, दिल्ली, गुवाहाटी, हैदराबाद और बेंगलुरु की कुल 5 फ्लाइट 16 मिनट से लेकर 1 घंटे से अधिक तक देर हो गई है। वहीं, पटना से जाने में अमृतसर, दिल्ली, हैदराबाद और बेंगलुरु की कुल 4 फ्लाइट 30 मिनट से 1 घंटे तक से अधिक देर हुई है।
मंगलवार को भी बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता व हैदराबाद रूट में विमानों की आवाजाही पूरी तरह ठप रही। दरभंगा-दिल्ली रूट में एक विमान आया और गया। इस वजह से यात्रियों को काफी परेशानी हुई है। मंगलवार को कुल 16 फ्लाइट में से मात्र दो का ही परिचालन हो सका।