प्रशांत, कुशेश्वरस्थान। बिहार की प्रसिद्ध तीर्थ स्थल शिवनगरी बाबा कुशेश्वर नाथ मंदिर परिसर में इन दिनों कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां खुलेआम (Tie-tie Fissures of Corona Protocol) उड़ाई जा रही है।
मंदिर परिसर के मुख्य द्वार पर बिना मास्क और बिना दो गज दूरी का पालन किए लोग मुख्य द्वार पर ही जलाभिषेक कर रहे है। जानकारों की माने तो बिहार में बढ़ते कोरोना को देखते हुए पूरे बिहार में विद्यालय, मंदिरों को पूरी तरह बंद कर दिया गया।
इसके बाद बाबा नगरी कुशेश्वरस्थान के शिव मंदिर के मुख्य द्वार पर न्यास समिति की ओर से ताला तो लगा दिया गया पर पूजा पर अब तक रोक नही लगाई गई है। लोग बिना मास्क का सारा नियम की धज्जियां उड़ाकर मंदिर के मुख्य द्वार पर ही पूजा-अर्चना करते हैं।
इस कार्य में मंदिर के पंडा लोग भी काफी बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। सुबह से शाम तक पंडा लोगों की भीड़ मंदिर के मुख्य द्वार पर लगी रहती है।
मंदिर परिसर से स्थानीय थाना की दूरी सिर्फ पचास फीट है तो वहीं दूसरी ओर प्रखंड मुख्यालय भी मात्र पच्चास फीट की दूरी पर है। इसके बावजूद लोगों में ना तो कोरोना का किसी प्रकार का डर है और ना ही प्रशासन का। स्थानीय प्रशासन ने तो पूरी तरह अपनी आंखें बंद कर ली है।
जानकर सूत्रों की माने तो यहां का प्रशासन सिर्फ मास्क की जांच करते हैं और जिन लोगों के पास मास्क ना हो उसे जुर्माना लगाते हैं। पर मंदिर परिसर में जो लोगों एवं पंडा की भीड़ प्रत्येक दिन इकट्ठा हो रही है उसको लेकर प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नही उठाया जा रहा है।
वहीं, स्थानीय लोगों का मानना है कि जब मंदिर के मुख्य द्वार पर लोग भीड़ लगा ही रहे हैं तो मंदिर को बंद करने से क्या फायदा। प्रशासन मंदिर में लगे ताले को खोल दे। मंदिर बंद होने के बावजूद यहां लोग गाड़ियों में भर-भर पूजा करने आ रहे हैं और स्थानीय प्रशासन मूकदर्शक बनी हुई है।