सिंहवाड़ा, देशज टाइम्स। सिंहवाड़ा की जनता एकबार फिर इतिहास रचने की दहलीज पर है। वैसे, यहां की विरासत, सांस्कृतिक धरोहर, मिठास भरी बोली-भाषा, उन्नत सोच सदैव राजनीतिक-आध्यात्मिक चिंतन की अगुवा रही है। यही वजह है, एकबार फिर यहां के लोग इतिहास लिखेंगे। इसकी अगुवाई युवा सोच के धनी, सशक्त व सजीव हस्ताक्षर प्रखंड विकास पदाधिकारी सिद्धार्थ कुमार करेंगे। इनके नेतृत्व में संपूर्ण सिंहवाड़ा सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ बिगुल फूंकेगा।
दहेज प्रथा व बाल-विवाह के खिलाफ मानव श्रृंखला का बनेंगे हम हिस्सा
दहेज प्रथा व बाल-विवाह के खिलाफ मानव श्रृंखला बन सड़कों पर नवइतिहास को सहेजेगा। बीडीओ श्री कुमार ने सिंहवाड़ा की इस पवित्र भूमि पर 19 जनवरी को सबसे लंबी मानव श्रृंखला की सफलता में हर बंदिश को पार कर सफलता का परचम लहराने की अपील की है। इसमें हर वर्ग के लोगों से संपूर्ण सहभागिता का आह्वान करते बीडीओ सिद्धार्थ ने देशज टाइम्स को बताया, 16 जनवरी की सुबह दस बजे हम बाइक जुलूस के साथ प्रखंड मुख्यालय सिंहवाड़ा से निकलेंगे। इसका मकसद आम लोगों की जनभागिता है।
जलवायु परिवर्तन संपूर्ण मानव जाति के अस्तित्व के लिए चुनौती : बीडीओ सिद्धार्थ
बीडीओ ने कहा, आम लोग 19 जनवरी को दिन के 11.30 से 12 बजे तक हाथों में हाथ लेकर विशाल मानव श्रृंखला के साथ गिनीज बुक में अपना नाम एकबार फिर से दर्ज कराने उतरेंगे। समाजिक कुरीतियों के खिलाफ यह हमारी पुरजोर आवाज होगी। बीडीओ ने कहा, आज जलवायु परिवर्तन संपूर्ण मानव जाति के अस्तित्व के लिए गंभीर चुनौती है।
उन्होंने कहा, जब तक जल व हरियाली है तभी तक इस पृथ्वी पर जीवन सुरक्षित है। जल व हरियाली के बिना चाहे मनुष्य हों या पशु-पक्षी, किसी के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने, इसके कारण उत्पन्न विकट स्थिति का सामना करने, जल का संचयन व इसके स्त्रोतों का संरक्षण, मौसम के अनुकूल फसल चक्र अपनाने, अक्षण ऊर्जा व हरित आवरण को बढ़ावा देने के मकसद से प्रदेश सरकार के जल-जीवन-हरियाली अभियान में यहां के लोग सहभागी बनेंगे। जैसा, 21 जनवरी 2018 को सिंहवाड़ा के आवाम ने कर दिखाया था।
गूंजेगा हर तरफ यही नारा, हो रही तैयारी है…
बीडीओ सिद्धार्थ कुमार ने नारा देते कहा, जल-जीवन-हरियाली, तभी खुशहाली। श्रृंखला बनाने की करें तैयारी, 19 जनवरी को होगी सबकी भागीदारी।इतिहास दोहराने की तैयारी में 16 को सड़कों पर मानव श्रृंखला बन उतरेगा संपूर्ण सिंहवाड़ा