दरभंगा के 6 पंचायत में बदलेगा खेती का भविष्य! खरीफ फसल, ड्रोन और उन्नत खेती – दरभंगा में किसानों के लिए बदलेगा खेती का तरीका, खेती में आएगा बदलाव, दरभंगा के गांवों में पहुँची वैज्ञानिक टीम! किसानों को सिखाई उन्नत तकनीक, 800+ किसानों ने सीखी ड्रोन से खेती! दरभंगा में शुरू हुआ नया कृषि अभियान।@देशज टाइम्स दरभंगा।
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दरभंगा के हनुमाननगर और जाले के छह पंचायतों में शुरू हुआ नया कृषि अभियान
दरभंगा, देशज टाइम्स | जिले के हनुमाननगर एवं जाले प्रखंड के छह पंचायतों में “विकसित कृषि संकल्प अभियान” का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र जाले एवं जिला कृषि विभाग दरभंगा के संयुक्त प्रयास से किया गया। कार्यक्रम में 800 से अधिक किसानों ने भागीदारी की और उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी प्राप्त की।
इन पंचायतों में चला अभियान
जानकारी के अनुसार, इन पंचायतों में हनुमाननगर प्रखंड: कोल्हांटा, पटोरी, डीलाही, पांचोंभ जबकि जाले प्रखंड के रतनपुर, अहियारी गोट, बेलवाड़ा शामिल थे।
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर ने बताया- 29 मई से 12 जून तक चलेगा विशेष अभियान
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. दिव्यांशु शेखर ने जानकारी देते हुए बताया कि यह भारत सरकार की एक नवाचारी पहल है। इस अभियान के तहत 29 मई से 12 जून तक दरभंगा के 90 पंचायतों में किसानों के बीच खरीफ फसल की उन्नत तकनीक, धान की सीधी बुआई, प्राकृतिक खेती, ड्रोन तकनीक, और कृषि योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
दो वैज्ञानिक टीमों का गठन
अभियान को सफल बनाने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र ने दो टीमों का गठन किया है। इसमें टीम-1 में डॉ. प्रदीप विश्वकर्मा, डॉ. चंदन कुमार, अमन कुमार। वहीं, टीम-2 में डॉ. पूजा कुमारी, डॉ. निधि कुमारी, मनीष कुमार (पूसा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक) शामिल हैं।
प्रशासनिक सहभागिता से कार्यक्रम को मिल रही मजबूती
जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. सिद्धार्थ ने बताया कि कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने हेतु पंचायत, प्रखंड, अनुमंडल और जिला स्तर पर नोडल पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। इन अधिकारियों को निर्धारित दायित्व सौंपे गए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान सरकारी योजनाओं और तकनीकी ज्ञान से लाभान्वित हो सकें।
आज के कार्यक्रम में शामिल हुए वरिष्ठ अधिकारी
आज के इस कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी, आत्मा परियोजना उपनिदेशक, सहायक निदेशक (उद्यान एवं यांत्रिकी), अनुमंडल कृषि पदाधिकारी, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, बीटीएम, एग्रीकल्चर कोऑर्डिनेटर, किसान सलाहकार शामिल हुए।
सरकार का उद्देश्य: किसानों को बनाना समृद्ध और आत्मनिर्भर
सरकार का प्रयास है कि उन्नत तकनीक और सरकारी योजनाओं की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचे, जिससे किसान आत्मनिर्भर, तकनीकी रूप से सशक्त और आर्थिक रूप से समृद्ध बनें।