Prabhash Ranjan, Darbhanga | डीएमसी गेस्ट हाउस में डीएमसी एलुमनी एसोसिएशन की बैठक डॉ. भरत प्रसाद की अध्यक्षता और डॉ. रमन कुमार वर्मा के संचालन में संपन्न हुई। बैठक का मुख्य फोकस आगामी शताब्दी समारोह की तैयारियों पर रहा।
डीएमसी का नाम बदलने का प्रस्ताव
डॉ. रमन कुमार वर्मा की पहल पर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि सरकार से अनुरोध किया जाएगा कि कॉलेज का नाम बदलकर महाराजा रामेश्वर सिंह दरभंगा चिकित्सा महाविद्यालय किया जाए। यह प्रस्ताव महाराजा रामेश्वर सिंह के भूमि और धन के योगदान के प्रति आभार प्रकट करने के लिए लाया गया।
शताब्दी समारोह की तैयारियां
समारोह के आयोजन सचिव डॉ. सुशील कुमार ने अब तक की प्रगति से सदस्यों को अवगत कराया।
- उन्होंने बताया कि देश-विदेश के पूर्व छात्र-छात्राओं में इस समारोह को लेकर भारी उत्साह है।
- उन्होंने प्राचार्य डॉ. अलका झा के साथ कैंपस का निरीक्षण किया और सुधार के लिए सुझाव दिए।
- खेल मैदान की सफाई और मिट्टी भराई।
- तालाब और वृक्षों की छंटाई।
- तालाब के किनारे बैठने की बेंचों की सफाई और रंग-रोगन।
- तालाब में नौका चलाने का प्रस्ताव।
आर्थिक प्रबंधन और स्पॉन्सरशिप
- बजट को लेकर चिंता व्यक्त की गई।
- रेडियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. संजय झा ने हर संभव माध्यम से धन संग्रह का आश्वासन दिया।
- डॉ. अनामिका ने एक दिन स्टार नाइट आयोजित करने का सुझाव दिया, जिसे डॉ. हरी दामोदर सिंह ने आगे बढ़ाते हुए कुछ सेलिब्रिटीज से संपर्क साधने का प्रयास किया।
- डॉ. गौरी शंकर झा ने स्पॉन्सरशिप का सुझाव दिया।
सुरक्षा और प्रबंधन
- अवांछित तत्वों को रोकने के लिए बारकोडिंग व्यवस्था लागू करने पर सहमति बनी।
- सभी पूर्व प्राचार्यों को प्रेमपूर्वक आमंत्रित करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ।
उपस्थित प्रमुख सदस्य
डॉ. राजेश झा, डॉ. खुर्शीद दुर्रानी, डॉ. रागिनी झा, डॉ. पूनम कुमारी, डॉ. ओम प्रकाश और अन्य सदस्यों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
आभार प्रदर्शन
डॉ. रमन कुमार वर्मा और डॉ. सुशील कुमार ने संयुक्त रूप से धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस बैठक ने शताब्दी समारोह की सफलता के लिए सदस्यों के बीच नई ऊर्जा का संचार किया।