दरभंगा, देशज टाइम्स अपराध ब्यूरो प्रमुख। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के एक शिक्षक ने अपनी सारी मर्यादाओं की हदें पार कर शिक्षित समाज को कलंकित कर दिया है। कोई एक दो घटनाएं हो तो बात हजम होती है। उनकी कईं शिकायतें रोज हवा में तैरती नजर आती है। लिखित शिकायत भी होती है। लेकिन, सवाल उठता है कि कार्रवाई करेगा तो कौन?
यह हम नहीं कह रहे। उनपर दर्जनों छात्राओं ने आरोप जड़ा है। आरोपों की फेहरिस्त नित्य प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मगर, उन पर कार्रवाई नहीं होने के कारण भी लोग बताते हैं कि इनके दो ऐसे आंका हैं जो सरकार के उच्च पदों पर बैठे हैं, लोग कहते हैं कि जातीय समीकरण होने की वजह से इनका जुड़ाव और लगाव भी इन आंकाओं से है। यह कोई और नहीं हिंदी विभाग के सहायक प्राचार्य अखिलेश कुमार हैं।
हिंदी विभाग के अध्यक्ष राजेंद्र साह ने इस बाबत विवि प्रशासन को 29 जुलाई 22 को पत्र के माध्यम से कहा था कि डॉ. अखिलेश का निंदनीय आचरण, उसका रवैया साथ ही उसकी हरकत किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बात का पता विभाग के सारे लोगों को है जो पता लगाया जा सकता है।
उन्होंने पत्र में यह भी कहा है कि किसी भी शिक्षक का धर्म उसकी मर्यादा तब तक बचा रहता है, जब तक उसका आचरण बढ़िया है। शिक्षक का दुर्व्यवहार, झूठ फरेब, उसकी मायाजाल, घोर खड्यन्त्रकारी व्यक्ति के आचरण में लिप्त हो तो शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी घातक है। साथ ही, विश्वविद्यालय के लिए बदनामी भी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विवि के लिए इससे बड़ा अपमान हो नहीं सकता।
सूत्रों का कहना है कि कई छात्रोंओ ने शिक्षक डॉ.अखिलेश कुमार पर आरोप लगाया है कि कई छात्राओं को उसके मोबाइल पर देर रात फोन पर अश्लील बातों को परोसते हैं और टार्चर करते हैं। कई छात्राओं का आरोप है कि दबाव देकर अपने कार्यालय बुलाकर अश्लील हरकत करते हैं। इस कारण कई छात्राओं ने विवि आना बंद कर दिया है। छात्राओं का कहना है कि जब विवि नहीं आते है तो देर रात फोन कर प्रलोभन देते है कि तुम्हें हर सेमेस्टर में पास करा देंगे। लेक्चर बनवा देंगे आदि-आदि उसके बाद अश्लील बातें करते रहते हैं।
विभागाध्यक्ष श्री साह ने कई छात्रों के पत्र को संलग्न करते हुए विवि प्रशासन को पत्र लिखा है, लेकिन विवि प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इन शिकायतों के बाद कई छात्र संगठन भी शिक्षक के विरुद्ध आंदोलन का रूप ले सकते हैं। इस बाबत प्राचार्य मुश्ताक अहमद से बात करने के लिए फोन किया गया तो उनका जवाब था कि इस तरह की शिकायत आई है। उन्होंने कहा कि इसके लिए टीम भी गठित है। जांचोपरांत निर्णय किया जाएगा।