सुपौल,25 मार्च। भ्रष्टाचार को लेकर सरकार लाख कोशिश कर रही है। पर आलम यह है कि भ्रष्टाचार रुकने के वजाय बढ़ता ही जा रहा है। कुछ ऐसा ही मामला नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट सात निश्चय से जुड़ा हुआ है। जिसमे निर्माणकर्ता ने अनियमितता की सारे हदों को पार कर दिया। दरअसल यह मामला पिपरा प्रखंड से जुड़ा हुआ है।
प्रखंड के दुबियाही पंचायत के वार्ड नं-8 में इन दिनों सात निश्चय योजना से गली नाली का निर्माण किया जा रहा है। करीब पांच सौ फीट नाले का निर्माण कार्य शुरू किया गया जिसमें लगभग तीन सौ फीट नाले का निर्माण हो चुका है। स्थानीय लोगों की माने तो नाले के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता की गई है। नाले के ढक्कन पर पैर देते ही ढक्कन टूट जाता है। ऐसे में ग्रामीणों ने इसकी शिकायत विभागीय अधिकारी से की है। जिसके बाद संबंधित जेई संतोष कुमार स्थल पर पहुंच निर्माण कार्य का जायजा लिया जिसमे व्यापक पैमाने पर अनियमितता की बात सामने आई है।
घटिया तरीके से बनाये गए नाले को फिलहाल तोड़ने का आदेश दिया गया है। लेकिन नाले के निर्माण में बरती गई अनियमितता चर्चा का विषय बन गया है। आखिर तीन सौ फीट नाले का निर्माण कैसे हो गया, क्या संबंधित जेई के अनुपस्थिति में निर्माण किया गया है? क्या एस्टीमेट के हिसाब से कार्य किया गया है? क्या ग्रामीण अगर शिकायत नहीं करते तो नाले निर्माण में अनियमितता की पोल नहीं खुलती? ऐसे कई सवाल अब लोगों के मन में उठने लगा है।