बिहार (Bihar) में गया के जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर दूर डुमरिया प्रखंड के मौनवार गांव में माओवादियों ने दो महिलाओं समेत चार लोगों की हत्या (Naxal Attack in Gaya Naxalites hanged 4 people blew up house in Gaya) कर दी है। मरने वाले चारों लोग एक ही परिवार के हैं। जिन्हें घर के बाहर बने आंगन में फांसी लगा दी गई।
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नक्सली हैवानों का मन इतने से नहीं भरा तो उन्होंने पीड़ितों के घर को बम से उड़ा दिया। इसी के साथ नक्सलियों ने गांव के लोगों में दहशत फैलाने के लिए एक मोटरसाइकिल को आग के हवाले कर दिया।
जानकारी के अनुसार, तिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के हथियारबंद नक्सलियों ने मुखबिरी के आरोप में शनिवार की रात चार लोगों को फांसी पर लटकाकर मार डाला दी। इनमेंदो दंपत्ति थे। इसके पूर्व नक्सलियों ने इनके घर में लूटपाट कर घर को लूटने के बाद ब्लास्ट कर उड़ा दिया। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल नक्सलियों की तलाश में अभियान शुरू किया है।
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बताया गया कि नक्सलियों ने घटनास्थल पर एक पर्चा छोड़ा है। पर्चे में कहा गया है कि 17 मार्च 2021 की पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की कार्रवाई में मारे गए चार नक्सलियों की मौत का बदला लिया गया है।
इस कार्रवाई में 205 कोबरा बटालियन और गया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में चार नक्सली कमांडर मारे गए थे और इनसे तीन एक के-47, एक इसांस रायफल और भारी मात्रा में गोली बरामद हुई थी।शनिवार की रात नक्सलियों ने दो महिला सहित उनके पतियों को फांसी पर लटकाकर लगाकर मार डाला।
रविवार सुबह इसकी जानकारी मिलने पर एसएसपी आदित्य कुमार के नेतृत्व में नक्सलियों की तलाश में कोबरा, सीआरपीएफ और गया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई शुरू की है।
घटनास्थल पर लगाया गया पर्चा जन मुक्ति छापाकार सेना, मध्य जोन झारखंड, भाकपा (माओवादी) के नाम से लगाया गया है। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत है। कोई भी इस विषय मे ज्यादा कुछ बताना नहीं चाह रहा. गया मुख्यालय से वरीय अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं।
घटना के संबंध में प्रदेश के अपर महानिदेशक, विधि-व्यवस्था बिनय कुमार ने बताया कि सीमावर्ती झारखंड के जिलों में नक्सलियों के खिलाफ चल रहे तलाशी अभियान में झारखंड पुलिस के साथ बिहार पुलिस भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इलाके में प्रस्तावित पंचायत चुनाव को लेकर सुरक्षा-व्यवस्था और सुदृढ़ किया गया है। इसके लिए गया, औरंगाबाद सहित झारखंड के सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षक और रेंज आईजी,डीआईजी को निर्देश दिया गया है।
कौन हैं मारे गए लोग?
पुलिस ने बताया कि मारे गए लोगों में सतेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, मनोरमा देवी और सुनीता सिंह शामिल हैं. माओवादियों ने पर्चा लगाकर कहा है कि जिसमें लिखा है कि इंसानियत के हत्यारे, गद्दारों और विश्वासघातियों को सजा ए मौत देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है।
ये उनके चार साथियों अमरेश, सीता, शिवपूजन और उदय की हत्या का बदला है. आगे भी ऐसी कार्रवाई चलती रहेगी, उन्हें जहर देकर साजिश का शिकार बनाया गया था। घटनास्थल पर लगाया गया पर्चा जन मुक्ति छापाकार सेना, मध्य जोन झारखंड, भाकपा (माओवादी) के नाम से लगाया गया है। घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत है. गया मुख्यालय से सीनियर अधिकारी घटनास्थल के लिए रवाना हुए हैं।
गढ़चिरौली में हुई है बड़ी कार्रवाई
शनिवार को छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर गढ़चिरौली इलाके में शनिवार सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 26 नक्सलियों को ढेर किया है। इस मुठभेड़ में 3 जवान भी घायल हुए हैं।
गढ़चिरौली के SP अंकित गोयल ने इसकी के मुताबिक सीनियर कैडर का हार्डकोर नक्सली मिलिंद तेलतुम्बडे भी इस मुठभेड़ में ढेर हुआ है। शनिवार की सुबह महाराष्ट्र पुलिस के सी-60 यूनिट के जवान जैसे ही इस इलाके के जंगलों में पहुंचे तो माओवादियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में जवानों ने 26 नक्सलियों को ढेर कर दिया है. मौके से भारी मात्रा में हथियार समेत सामान भी बरामद किया गया है।
आगे भी मारेंगे: नक्सली
मारे गए लोगों में सतेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह, मनोरमा देवी और सुनीता सिंह शामिल हैं। माओवादियों ने पर्चा लगाकर कहा है कि जिसमें लिखा है कि इंसानियत के हत्यारे, गद्दारों और विश्वासघातियों को सजा ए मौत देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है। ये उनके चार साथियों अमरेश, सीता, शिवपूजन और उदय की हत्या का बदला है। आगे भी ऐसी कार्रवाई चलती रहेगी। उन्हें जहर देकर साजिश का शिकार बनाया गया था।