किरतपुर रिपोर्टर, बिरौल अनुमंडल डेस्क देशज टाइम्स। प्रखंड क्षेत्र में गेंहूआ नदी के जल स्तर मे भले ही कमी आ रही हो लेकिन इस क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित लोगों के साथ समस्या बरकरार है। (kiratpur me gehuaa ki fhufkaar hui kam)
प्रशासन की ओर से राहत कार्य शुरू नहीं किए जाने से आक्रोशित बाढ़ पीड़ितों की ओर से स्थानीय अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर आलोचना करने के साथ ही प्रदर्शन शुरू कर दिया है। (kiratpur me gehuaa ki fhufkaar hui kam)
इस दौरान प्रखंड के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र झगरुआ, सिमरी चौपाल टोला, झगरुआ पूरनबास के प्रभावित लोगों ने शनिवार को आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। लेकिन इस दौरान इन्हें अपनी मांगों के आगे कोराना जैसे संक्रमण का थोड़ा भी ख्याल नहीं रखा। बिना दूरी बनाए सभी प्रदर्शन में शामिल हो गए।(kiratpur me gehuaa ki fhufkaar hui kam)
जो वर्तमान समय में गलत है। वहीं, झगरुआ पंचायत वार्ड 12 के बाढ़ पीड़ितों के राजद के पंचायत अध्यक्ष विखो राजा के नेतृत्व में स्थानीय अंचल प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी करते हुए सीओ पर आरोप लगाया, यहां एक भी सरकारी नाव नहीं चलने के कारण लोगों को नदी पार होने में प्राइवेट नाव वाले 20 से 30 रुपए भाड़ा वसूल कर रहे हैं।
लोगों का कहना है, यहां 3 नाव का परिचालन होने की बात सीओ की ओर से कहा जा रहा है , जबकि एक भी सरकारी नाव नहीं चल रहा है। वहीं राजद के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष कैशर आलम ने बताया, बाढ़ प्रभावितों के लिए सरकार द्वारा समुचित व्यवस्था नहीं होने से बाढ़ प्रभावित लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।(kiratpur me gehuaa ki fhufkaar hui kam)
पिछले वर्ष यहां 2 लोगों की मौत पानी में डुबने से हो गई थी। बावजूद, अंचल प्रशासन कुंभकर्णी नींद मे सोई हुई है। (kiratpur me gehuaa ki fhufkaar hui kam)