Bihar News | ‘चुलबुल पांडेय अभी आए नहीं हैं….’भूमि सुधार विभाग के दो कर्मी रिश्वत लेते धराए, 1.30 लाख कैश बरामद| खबर बड़ी किशनगंज से है। जहां, बिहार का भूमि राजस्व विभाग बड़ी सरकारी कमाई यानी रेवेन्यू वाला डिपार्टमेंट पूरी तरह से सख्ती में अभी से दिखने लगा है।
वजह है, बिहार में भू-माफिया का राज नहीं चलने वाला है। सरकार का चुलबुल पांडेय यानी केके पाठक अब राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का कार्यभार संभालने के लिए आ रहे हैं। सुपरकॉप चुलबुल पांडेय के जैसा नियम का सख्त केके पाठक का कड़क रुप अब दिखेगा। इससे पहले ही…बड़ी कार्रवाई शुरू हो गई है।
इस विभाग के जरिए सरकार को मोटे पैसों की कमाई होती है। जमीन की रजिस्ट्री से लेकर बालू के खनन तक में इसकी हिस्सेदारी रहती है। लेकिन इसी विभाग में दलालों, जमीन माफिया का बोलबाला है। ये हम नहीं कहते, बल्कि खुद विभाग के कुछ अफसर दबी जुबान से चर्चा करते और मानते भी हैं। शायद इसीलिए नीतीश सरकार ने भूमि राजस्व विभाग को सुधारने के लिए कड़क IAS केके पाठक की तैनाती कर दी है।
जहां, आज किशनगंज जिले के बहादुरगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत पलासमानी गांव में सर्वे अमीन और एएसओ की ओर से जमीन सर्वे करने के बदले में रैयत धारियों से रिश्वत मांगने का मामला प्रकाश में आया है। जहां ग्रामीणों (Two employees of Land Reforms Department caught taking bribe in Kishanganj) ने सर्वे अमीन धीरज कुमार और एएसओ मनीष कुमार को पकड़कर बहादुरगंज थाना के सुपर्द कर दिया है।
जानकारी के अनुसार दोनों के पास से लगभग 1 लाख 30 हजार रुपए बरामद किए गए है। वहीं इससे संबंधित एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दो लड़के एक कमरे में रुपए रखते हुए देखे जा रहे हैं, जिसके संबंध में अभी पुख्ता जानकारी नहीं मिली है। गौर करे कि विभाग की ओर से 13 जून से ही विशेष सर्वेक्षण कार्य से जुड़े अमीन से कार्य नही लिए जाने का आदेश जारी किया गया है। इसके बावजूद ये लोग कैसे सर्वे कार्य कर रहे थे। जिससे दोनों आरोपी सवालों के घेरे में है।
बहादुरगंज थाना में लिखित आवेदन देते हुए नौशाद आलम ने बताया कि प्लासमानी गांव में जमीन सर्वे करने के नाम पर दर्जनों रैयतधारियों से सर्वे अमीन धीरज कुमार और एएसओ मनीष कुमार के द्वारा मोटी राशि की मांग की जा रही थी, जिसके एवज में सर्वे अमीन धीरज कुमार और एएसओ को रंगे हाथ पकड़कर ग्रामीणों के द्वारा बहादुरगंज पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
प्रशिक्षु डीएसपी सह बहादुरगंज थानाध्यक्ष अभिनव परासर ने बताया कि मामले से संबंधित विभाग को सूचित किया जा रहा है। जहां विभाग की ओर से मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जहां, सर्वे के नाम पर बहादुरगंज क्षेत्र से लगभग 5 करोड़ की वसूली की गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रष्ट कर्मियो के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई किया जाना चाहिए।