झंझारपुर। झंझारपुर शाखा से जुड़े 12 सौ अभिकर्ता 15 सूत्री मांगों को लेकर बीमा कार्य का बहिष्कार किया है। 16 से 28 तारीख तक अभिकर्ता विश्राम दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लेकर विश्राम पर चले गए हैं। झंझारपुर शाखा के सामने टेंट लगाकर दर्जनों अभिकर्ता अपने कार्य का बहिष्कार कर अपनी मांग पर अरे हुए हैं।
इन लोगों ने बताया कि करोना काल में ना ही बीमा धारकों को ही एलआईसी कोई रियायत या राहत दी है। तथा ना ही एलआईसी से जुड़े अभिकर्ता को ही कोई मदद ही एलआईसी के द्वारा किया गया है। संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा सरकार को इस को लेकर कई बार आवेदन दिया जाता जा चुका है। मांग को सरकार पूरा करने में विफल रही है।
लियाफी के संयुक्त सचिव विनोद कुमार झा ने कहा कि 28 तारीख तक मांग अगर पूरी नहीं की जाती है, तो 30 जून के लिए यह विश्राम और बढ़ा दिया जाएगा। अगर 30 जून तक मांग पूरी नहीं की गई,तो यह विश्राम आगे भी जारी रह सकता है। राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर इस विश्राम को बढ़ाने का निर्णय लिया जाएगा।
झंझारपुर शाखा के संघ अध्यक्ष यदुनाथ महतो ने कहा कि मांग सिर्फ अभीकर्ताओं का ही नहीं,बीमा धारकों को ना ही लोन में ब्याज दर की कमी की गई है। तथा ना ही नए बीमा में ही अधिक ब्याज दी जा रही है।
सचिव ललन कुमार मंडल ने कहा कि अभिकर्ता इस कोरोना में भी नए-नए पॉलिसी एलआईसी को दी है। परंतू एलआईसी अभीकर्ताओं के लिए नहीं सोच रही है। जिसका खामियाजा एलआईसी को भुगतना पड़ेगा। अगर मांग 28 तक नहीं पूरी की है,तो विश्राम अनिश्चितकालीन कर दी जाएगी।
मौके पर यदुनाथ महतो,सचिव ललन कुमार मंडल,कोषाध्यक्ष नित्यानंद रावत,संयुक्त सचिव देवेंद्र महतो,मायानंद झा,उपाध्यक्ष साधु प्रसाद यादव,जय रंजन झा,यदुवीर मंडल,रंजन कुमार,अरुण कुमार,अमरेंद्र किशोर,अनिल कुमार,विभूति नाथ झा,राधा रमण झा,जानकी झा,श्वेता कर्ण आदि मौजूद थे।