मधुबनी। स्वयंसेवी संस्था अभ्युदय के अध्यक्ष एवं युवा भाजपा नेता विभय कुमार झा ने कहा कि मिथिला को अधिक सशक्त करने के लिये यदि मिथिला विकास परिषद बने या अलग मिथिला राज्य ही बनाई जाती है,तो हमारी संस्था इसका समर्थन करती है। लिपि,क्षेत्र,जनसंख्या एवं एतिहासिक पृष्ठभूमि के कारण मिथिला पूर्णतरू राज्य बनने का अधिकार रखता है। तथा यह समय की मांग भी है।
उन्होंने कहा कि पृथक मिथिला राज्य की मांग इस क्षेत्र के लोगों को आर्थिक,शैक्षणिक एवं राजनीतिक आजादी के लिए जरुरी है। छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही क्षेत्रीय विकास के साथ-साथ राष्ट्रीय विकास की गति में तेजी आ सकती है। तथा इससे सामाजिक असंतुलन भी खत्म होगा।
भाजपा नेता विभय कुमार झा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जब तीन राज्यों से अलग करके झारखंड,उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ बनाया था,तो वह एक बेहतर अवसर था उन क्षेत्रों के विकास का। इसी तरह मिथिला को भी अलग किया जाना चाहिए।
त्रेता युग के समय से ही मिथिला राज का गौरवशाली अस्तित्व रहा है। तथा राजा जनक न्याय,दर्शन तथा त्याग के लिए जाने जाते थे। जगत जननी सीता को मिथिला राज्य की धरोहर एवं संस्कृति का प्रतीक बताते हुए उन्होंने कहा कि मिथिला की संस्कृति,गौरव,कला तथा मर्यादा की विश्व में अलग पहचान थी।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के पहले भी दरभंगा राज का अस्तित्व रहा है। तथा आज भी राजमहलों के अवशेष इसके गवाह है।