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8 नवम्बर, 2024
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मधुबनी के दो बच्चों को दिल में छेद की नि:शुल्क सर्जरी के लिए भेजा गया अहमदाबाद

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मुख्य बातें
आरबीएसके की टीम ने बच्चों को किया था चयनित
मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना में शामिल है बाल हृदय योजना
अब तक जिले के 35 नौनिहालों को मिल चुकी है नई जिंदगी

मधुबनी, देशज टाइम्स ब्यूरो। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय पार्ट-2 में शामिल बाल हृदय योजना , जन्मजात दिल में छेद से ग्रसित बच्चों के लिए जीवनदायनी साबित हो रही है। मधुबनी के अब तक कई बच्चों की इस योजना के तहत सर्जरी की जा चुकी है। इसी कड़ी में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम के द्वारा चयनित जिले की अर्चना कुमारी, पिता पप्पू कुमार यादव, ग्राम राघोपुर बलाट, थाना राजनगर तथा अभिषेक कुमार, पिता आनंद कुमार राम, ग्राम बेलही प्रखंड लखनौर को आरबीएसके टीम द्वारा चिह्नित कर बीते 23 अगस्त को मधुबनी से पटना एंबुलेंस से भेजा गया। जिसमें बच्चे के साथ उनके अभिभावक भी गए। बच्चे के अभिभावक के आने-जाने एवं खाने-पीने, इलाज का खर्च भी सरकार वहन करेगी। ऑपरेशन सत्य साईं अस्पताल अहमदाबाद में सरकारी खर्चे पर किया जाएगा। मंगलवार को ही सभी बच्चे 16:45 बजे प्लेन से पटना से अहमदाबाद के लिए रवाना हुए। सभी बच्चे का बाल हृदय योजना के तहत हार्ट का निःशुल्क ऑपरेशन किया जाएगा।

 

ऑपरेशन के लिए अबतक 35 बच्चों को मधुबनी से भेजा गया अहमदाबाद

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. कमलेश कुमार शर्मा ने बताया कि मधुबनी जिले से कुल 2 बच्चों को दिल के ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजा गया है। दो बच्चे और अभी अहमदाबाद में हैं। अबतक जिले में 35 बच्चे ऑपरेशन किया गया है।

प्रखंड स्तर पर आरबीएसके की टीम करती है स्क्रीनिंग :

सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया कि योजना के तहत हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों की पहचान के लिए जिलास्तर पर स्क्रीनिंग की जाती है। जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों के अलावा अन्य अधिकारी भी शामिल होते हैं। जहां से बच्चों को इलाज के लिए आईजीआईएमएस या फिर अहमदाबाद रेफर किया जाता है। स्क्रीनिंग से लेकर इलाज पर आने वाला पूरा खर्च सरकार उठाती है। किसी बच्चे के हृदय में छेद हो जाता है तो किसी को जानकारी रहती नहीं है। बाद में कुछ उम्र के बाद बच्चों को कई तरह की कठिनाई होने लगती है। इसको ध्यान में रखते हुए यह बच्चों की निःशुल्क जांच एवं इलाज की व्यवस्था की गयी है।

एंबुलेंस की सुविधा नि:शुल्क:

जिला कार्यक्रम प्रबंधक दयाशंकर निधि ने कहा कि बाल हृदय योजना के तहत बच्चों को नि:शुल्क एंबुलेंस की सुविधा मुहैया करायी जाती है। बच्चों को घर से अस्पताल या अहमदाबाद जाने के लिए एयरपोर्ट, या अस्पताल से घर तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस या प्राइवेट वाहन की सुविधा मुहैया करायी जाती है। जिसका खर्च विभाग की तरफ से वहन किया जाता है।आरबीएसके कार्यक्रम मुख्य रूप से बच्चों की बीमारी दूर करने का कार्यक्रम है। इसके तहत कई बीमारी का इलाज किया जा रहा है। टीम के सदस्य ऐसे गांव में पीड़ित परिवार से जाकर मिलते हैं। उन्हें सरकारी कार्यक्रम की जानकारी देते हैं। इसके बाद बच्चों का इलाज होता है।

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