Deepak Kumar, Muzaffarpur | रामनवमी (Ram Navami) के पावन अवसर पर हनुमाननगर गांव स्थित जगपति हरिहर छत्तर राधा-कृष्ण साकेत धाम में 13वें वार्षिकोत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर 1051 कुमारी कन्याओं ने भव्य कलश यात्रा (Kalash Yatra) निकाली, जिसमें गाजे-बाजे, घोड़े और श्रद्धालुओं की टोली ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जय श्रीराम के नारों से पूरा गांव गूंज उठा और वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया।
हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर बागमती नदी तक निकली यात्रा
कलश यात्रा हनुमान मंदिर से आरंभ होकर बेनीबाद स्थित पवित्र बागमती नदी तक गई। वहां विधिवत जलभरण के बाद यात्रा पुनः मंदिर प्रांगण में लौटी। रास्ते भर श्रद्धालुओं ने कन्याओं पर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और वातावरण में भक्ति रस का संचार बना रहा।
मुख्य विशेषता रही कि मंदिर प्रांगण में 13 कुमारी कन्याओं द्वारा 24 घंटे तक निरंतर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। साथ ही रामचरितमानस पाठ और अष्टयाम (Ashtayam) का भी श्रद्धा और आस्था के साथ आयोजन हुआ।
धार्मिक आयोजन के साथ सामाजिक सौहार्द का संदेश
मंदिर परिसर में धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ सामाजिक सौहार्द और सांस्कृतिक चेतना का भी अद्भुत संगम देखने को मिला। आयोजकों ने कहा कि इस तरह के आयोजन समाज को जोड़ने और परंपराओं को जीवंत बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
पुरानानकार बलहा में भी रामनवमी पर निकाली गई कलश यात्रा
गायघाट प्रखंड के पुरानानकार बलहा गांव में भी रामनवमी के अवसर पर हर वर्ष की तरह इस बार भी भव्य कलश यात्रा का आयोजन हुआ। इस आयोजन में जगनिया, फतेहपुर, थरमा और गोढीयारी सहित आसपास के गांवों के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
261 कन्याओं ने कलश यात्रा में लिया भाग
कलश यात्रा के लिए बागमती नदी से जल भरने की प्रक्रिया वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सम्पन्न हुई। पंडित ललल झा और आचार्य नीरज झा ने विधिवत पूजा-अर्चना करवाई। इस दौरान लगभग 261 कन्याओं ने कलश उठाकर भाग लिया, जिससे पूरा वातावरण आध्यात्मिक और पवित्र बन गया।
ग्राम सुरक्षा समिति के सदस्यों ने कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से सम्पन्न कराने में सक्रिय भूमिका निभाई। वहीं, नवयुवकों में आयोजन को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला।
ग्रामीणों और गणमान्य व्यक्तियों की रही उपस्थिति
इस अवसर पर ग्राम मुखिया रंजीत सिंह, रामसुन्दर सहनी, सुखा सहनी, रौशन कुमार, जयकरण कुमार, कमेश सहनी, रामजी सहनी, आदित्य कुमार, शिव कुमार, मुकेश सहनी, बिल्टू राम, दशरथ पासवान समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।
तीन दिवसीय महायज्ञ और भक्ति संगीत से भक्तिमय हुआ वातावरण
बताते चलें कि इस अवसर पर तीन दिवसीय अष्टयाम महायज्ञ, भक्ति गीत-संगीत और रामकलेवा जैसे कई धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया, जिससे पूरा गांव भक्ति में सराबोर रहा।
इस पावन अवसर पर अध्यक्ष ओमप्रकाश यादव, जलधारी बाबा, विद्यापति ठाकुर, रामस्वार्थ ठाकुर, अमरनाथ ठाकुर, वीर शर्मा, कमलदेव राय, शिक्षक राम लखन राय, मुन्ना जी, राजकिशोर राय, गणेश जी, चंदन कुमार, पंकज कुमार, मिथिलेश राय, संतोष कुमार, महेश कुमार, गौतम कुमार, हर्षित राज, शिवांश, गुरुदेव और शिक्षक एस•के विश्वास सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहे।