Deepak Kumar, मुजफ्फरपुर | बिहार के मुसहरी प्रखंड के नरौली क्षेत्र में 30 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वृहद आश्रय गृह का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के दौरान इसका उद्घाटन करेंगे। यह परियोजना तिरहुत प्रमंडल के जरूरतमंद बच्चों के जीवन में सुधार लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
आश्रय गृह की प्रमुख विशेषताएं
- बालक और बालिका गृह:
- बालक और बालिका दोनों के लिए अलग-अलग आवासीय सुविधाएं।
- तिरहुत प्रमंडल के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर सहित अन्य जिलों के बच्चों को इसका लाभ मिलेगा।
- कर्मचारी आवास:
- अधीक्षक और अन्य कर्मचारियों के लिए विशेष आवासीय प्रावधान।
- सोलर लाइट की सुविधा:
- पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए सोलर लाइट का प्रावधान।
बालिका गृह कांड के बाद नई शुरुआत
- पृष्ठभूमि:
- मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड ने आश्रय स्थलों की सुरक्षा और बच्चों की देखभाल को लेकर गंभीर सवाल उठाए थे।
- इसके बाद, बिहार सरकार ने सुरक्षा और देखभाल सुधारने के उद्देश्य से नई योजनाओं की शुरुआत की।
- नई पहल:
- समाज कल्याण विभाग ने वृहद आश्रय गृह की योजना तैयार की।
- छोटे-छोटे आश्रय स्थलों को वृहद आश्रय गृह में शामिल कर संचालन और निगरानी को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा।
राज्य में 12 वृहद आश्रय गृह
बिहार सरकार ने राज्य के 12 जिलों में वृहद आश्रय गृह बनाने का निर्णय लिया है।
- इन जिलों में पटना, पूर्णिया, सीवान, वैशाली, गोपालगंज, बक्सर, गया, भागलपुर, भोजपुर, शिवहर और पश्चिम चंपारण शामिल हैं।
- मुजफ्फरपुर का आश्रय गृह इस परियोजना के पहले चरण का हिस्सा है।
प्रगति यात्रा के दौरान अन्य योजनाओं का शिलान्यास
सीएम नीतीश कुमार इस उद्घाटन के साथ-साथ अन्य विकास योजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे।
- यात्रा का उद्देश्य:
- राज्य में चल रही परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना।
- नई योजनाओं को गति देना।
यह कदम न केवल बच्चों की सुरक्षा और बेहतर देखभाल सुनिश्चित करेगा, बल्कि राज्य में सामाजिक कल्याण के प्रयासों को भी मजबूत करेगा।