मुजफ्फरपुर: रेल टिकट में छेड़छाड़ करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
दीपक कुमार। मुजफ्फरपुर। रेल पुलिस ने ट्रेन टिकटों में छेड़छाड़ कर उन्हें लंबी दूरी की यात्रा के लिए बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ (Train ticket tampering gang exposed in Muzaffarpur) किया है। रविवार को आरपीएफ (RPF) की टीम ने मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के आसपास से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनकी निशानदेही पर पटना के एक होटल में छापेमारी कर गिरोह के चार और सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
RJD नेता तेजस्वी यादव ने #PahalgamTerroristAttack पर कहा —
गिरफ्तारी और बरामदगी
- कुल गिरफ्तार आरोपी: 4
- स्थान: पटना के एक होटल
- बरामद सामान:
- 125 मुहरें
- सैकड़ों जाली टिकट
- मोबाइल फोन
- टिकट बनाने में उपयोग होने वाले उपकरण
गिरोह का काम करने का तरीका
- लोकल टिकट खरीदना: गिरोह का एक सदस्य किसी व्यस्त जंक्शन से कम दूरी का लोकल टिकट खरीदता था।
- उदाहरण: पटना से हाजीपुर का टिकट ₹20 में खरीदा।
- टेंपरिंग: टिकट पर छेड़छाड़ कर उसे लंबी दूरी का टिकट बना दिया जाता था।
- उदाहरण: पटना से बेंगलुरु की टिकट में बदल देना।
- बिक्री:
- जाली टिकट भोले-भाले यात्रियों को बेच दी जाती थी।
- इससे गिरोह लंबी दूरी के टिकट का वास्तविक मूल्य वसूलता था।
पुलिस की कार्रवाई
- मुजफ्फरपुर आरपीएफ टीम ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर पटना के होटल में छापेमारी की।
- गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में यह भी पता चला कि वे भोले-भाले यात्रियों से असली टिकट के नाम पर बड़ी रकम वसूलते थे।
- मुकदमा दर्ज: सभी आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।
रेलवे विभाग का बयान
रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के अधिकारियों का कहना है:
“यह गिरोह टिकट में छेड़छाड़ कर रेलवे और यात्रियों दोनों को बड़ा नुकसान पहुंचा रहा था। आगे ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी।”
आगे की योजना
- गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
- रेलवे स्टेशनों पर टिकटिंग प्रणाली को सुरक्षित बनाने के लिए अतिरिक्त निगरानी और डिजिटल सुरक्षा उपाय लागू किए जाएंगे।
इस घटना ने रेलवे टिकट प्रणाली में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को एक बार फिर उजागर कर दिया है।