बिहार के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर जन्म के बाद नवजात बच्चों का आधार (Aadhar Card) बनेगा। बिहार के आंगनबाड़ी केंद्रों में अब बच्चों को एक और सुविधा देने की यह नई पहल शुरू की जा रही है। इससे अब आपको अपने बच्चे के लिए कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।
इसके लिए समाज कल्याण विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। सबसे पहले केंद्र की सहायिका-सहायिका लाभुकों के आधार को बनाने में सहयोग करेंगी। इससे बच्चों के अभिभावकों को अब भटकना नहीं पड़ेगा।
जब बच्चे आंगनबाड़ी में जाना शुरू कर देते हैं तो अभिभावकों को अपने बच्चे का आधार कार्ड बनवाने के लिए आधार सेंटरों का चक्कर लगाना पड़ता है। ऐसे में, अब राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग की तरफ से एक ऐलान किया गया है। इसके अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों पर ही बच्चों का आधार कार्ड बनाया जाएगा।
इसके लिए राज्य सरकार ने समाज कल्याण विभाग को दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। इससे केंद्रों पर या उनके सहयोग से जन्म के बाद तुरंत बाद आधार बनाया जा सकें और नवजातों को योजना का लाभ मिल सकें।
जानकारी के अनुसार, बच्चों को परेशानी ना हो इसके लिए सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर नवजात बच्चों का आधार कार्ड बनवाया जाएगा। इसके लिए समाज कल्याण उत्पाद विभाग विभाग ने दिशा निर्देश दिया है। आंगनबाड़ी केंद्रों में नवजात बच्चों का जल्द से जल्द आधार कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। ताकी किसी को परेशानी ना हो।
दरअसल, बिहार के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर अब बच्चों को ये सुविधा दी जाएगी। जन्म के बाद लड़कियों को आधार कार्ड बनवाने में कोई दिक्क्त ना हो और आराम से अभिवावक उनका आधार बनवा सकें इसलिए ये सुविधा दी गई है।
राज्य सरकार के तरफ से समाज कल्याण विभाग को निर्देश जारी किया गया है। बताया जा रहा है कि अक्सर ये देखा जाता है कि ग्रामीण इलाकों में जन्म लेने वाली लड़कियों का आधार तुरंत नहीं बनवाया जाता है. जिसे देखते हुए ये सुविधा दी जा रही है।
ये सुविधाएं विशेष रूप से बच्चियों को ध्यान में रखकर दिया गया है। दरअसल राज्य सरकार कन्या भ्रूण हत्या को रोकने, लड़कियों के जन्म निबंधन एवं संपूर्ण टीकाकरण, लिंग अनुपात में वृद्धि, बालिका शिशु मृत्यु दर को कम करने और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के साथ ही साथ बाल विवाह रोकने के लिए लगातार पहल कर रही हैं।
इसके लिए कई योजना को लागू करने जा रही है। इसको लेकर ही राज्य सरकार ने आंगनवाड़ी केंद्रों पर नवजात बच्चों का आधार कार्ड बनाने की सुविधा उपलब्ध कराई हैं।
जिससे बच्चों के अभिभावकों को भटकना नहीं पड़े। इसके लिए बिहार के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर जन्म के बाद लड़कियों का आधार आराम से बन सके इसके लिए राज्य सरकार ने समाज कल्याण विभाग को एक दिशा निर्देश जारी किया है।
इसमें कहा गया है कि ग्रामीण इलाकों में जन्म लेने वाली लड़कियों का आधार तुरंत बनाया जा सके इसके लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में आधार सेंटर बनाया जाए। जिसके बाद अब समाज कल्याण विभाग ने अपने स्तर पर इसकी तैयारी शुरू कर दी है।