मई,5,2024
spot_img

बिहार में कोरोना की तीसरी लहर सितंबर से नवंबर के बीच आने की आशंका, सरकार अलर्ट पर, स्वास्थ्य महकमा की तैयारी तेज

spot_img
spot_img
spot_img

पटना। बिहार में कोरोना की तीसरी लहर सितंबर से नवंबर के बीच आने की आशंका है। यूनिसेफ, बिहार के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि  कोरोना की तीसरी लहर के आने में वायरस के संक्रमण के विस्तार के अतिरिक्त मानवीय व्यवहार भी काफी उत्तरदायी होगा।

 

हालांकि, इसको लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञ में मतभिन्नता है। मगर, स्वास्थ्य  विभाग कोरोना की तीसरी लहर के सितंबर के बाद सामने आने की आशंका को लेकर तैयारियों में जुटा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पतालों तक में ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर सहित अन्य आवश्यक उपकरणों को लगाया जा रहा है। कहा जा रहा है कि कोरोना संबंधी नियमों के पालन किए जाने से इसे टाला जा सकता है अन्यथा यह जल्द ही बिहार को अपनी गिरफ्त में ले लेगा।

 

यह भी पढ़ें:  Bihar News| बिहार के 162 Affiliated Colleges को जल्द मिलेंगे Principals, नियुक्ति का रास्ता साफ, Appointment में इन्हें मौका

इधर, राज्य स्तरीय कोविड पोर्टल को विकसित करने की दिशा में कार्य किए जा रहे हैं। इस पोर्टल के माध्यम से कोरोना से संबंधित सभी आंकड़ों को सार्वजनिक किया जाएगा। पटना उच्च न्यायालय ने कोविड पोर्टल को विकसित करने के लिए निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया है ताकि आमलोगों को कोरोना से संबंधित संपूर्ण जानकारी एक ही पोर्टल पर उपलब्ध हो सके।

यह भी पढ़ें:  Bihar News| बिहार के 162 Affiliated Colleges को जल्द मिलेंगे Principals, नियुक्ति का रास्ता साफ, Appointment में इन्हें मौका

 

वहीं, राज्य के छह जिलों में कराए गए सीरो सर्वे के परिणाम जुलाई के अंतिम सप्ताह में आने की संभावना है। सभी एकत्र किए गए सैंपल को केंद्र सरकार के निर्देशानुसार केंद्रीय लैब में जांच के लिए चेन्नई भेज दिया गया है। गौरतलब है कि देश के 70 जिलों में एक साथ सीरो सर्वे कराकर कोरोना संक्रमण के विरुद्ध विकसित प्रतिरोधक क्षमता के विकास का आकलन किया जा रहा है।

 

यह भी पढ़ें:  Bihar News| बिहार के 162 Affiliated Colleges को जल्द मिलेंगे Principals, नियुक्ति का रास्ता साफ, Appointment में इन्हें मौका

राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट के सहयोग से किए गए सीरो सर्वे के तहत राज्य से तीन हजार सैंपल एकत्र किए गए हैं। इनमें पहली बार छह वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को भी शामिल किया गया है।

 

 

ताज़ा खबरें

Editors Note

लेखक या संपादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ संपादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। देशज टाइम्स में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं। देशज टाइम्स टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है। कोई शिकायत, सुझाव या प्रतिक्रिया हो तो कृपया deshajtech2020@gmail.com पर लिखें।

- Advertisement -
- Advertisement -
error: कॉपी नहीं, शेयर करें