पटना। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने 48 घंटे के भीतर निलंबित किए गए बिहार पुलिस सेवा के डीएसपी पंकज कुमार रावत के पटना-नालंदा और दानापुर स्थित आवास पर छापेमारी कर करोड़ों की काली कमाई का पर्दाफाश किया है।
ईओयू की विशेष टीम का कारनामा
अपर पुलिस महानिदेशक (ईओयू) नैयर हसनैन खान ने देर शाम प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर बताया कि अवैध बालू उत्खनन और गैर कानूनी व्यापार के संबंध में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) बिहार, पटना की विशेष टीम ने आरा के तत्कालीन डीएसपी पंकज कुमार रावत के पटना-दानापुर और नालंदा स्थित आवास पर शनिवार को छापेमारी की।
नैयर हसनैन खान ने बताया कि इस छापेमारी में पंकज कुमार रावत द्वारा आय के ज्ञात/वैध स्रोत से अधिक परिसम्पति अर्जित किये जाने के तथ्य की पुष्टि हुई है। रावत द्वारा मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, वैशाली, भभुआ, खगड़िया आदि जिलों में पदस्थापन के दौरान स्वयं, पत्नी एवं परिजनों के नाम पर काफी परिसम्पति अर्जित करने के साक्ष्य पाये गये।
एडीजी खान ने बताया कि उनके द्वारा पटना दीघा बगीचा में आवासीय भूखण्ड, श्रीकृष्णापुरी में एक आवासीय फ्लैट, दानापुर सगुना मोड़ के शताब्दी मॉल में दो दुकान एवं फरीदबाद, हरियाणा में फ्लैट खरीदे जाने के साक्ष्य मिले हैं।
निगरानी कोर्ट से तलाशी अधिपत्र प्राप्त कर पुलिस उपाधीक्षकों के नेतृत्व में आर्थिक अपराध इकाई की तीन विशेष टीमों का गठन किया गया। टीम के सदस्यों ने पंकज रावत के श्रीकृष्णापुरी अवस्थित फ्लैट, दानापुर नासरीगंज अवस्थित मकान एवं नालंदा जिला के हिलसा स्थित पैतृक मकान की तलाशी ली।
कंपनियों में निवेश और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद
तलाशी में बैंक में निवेश, भारतीय जीवन बीमा निगम एवं बजाज एलियांज कम्पनी में निवेश तथा सम्पति क्रय से संबंधित कई दस्तावेज भी बरामद हुये हैं।
उल्लेखनीय है कि डीएसपी के विरुद्ध तीन सितम्बर को गलत तरीके से धनार्जन अर्जित करने का मामला आर्थिक अपराध थाना काण्ड संख्या-15/2021, धारा-13(2) सह-पठित धारा-13(1)(बी) भ्रनिअधि-1988 (यथा संशोधित-2018) दर्ज किया गया था।