केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को सुबह-सुबह देशवासियों को रक्षाबंधन की शुभकामना देने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर जोरदार अटैक कर दिया है। वहीं, दोनों में शब्द युद्ध शुरू हो गया है। पढ़िए पूरी खबर
जय बाबा केदार..!
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डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग छिड़ने के साथ ही बिहार की राजनीति में एकबार फिर रोजगार केंद्र में आ गया है। 10 लाख रोजगार के मुद्दे पर शुरू हुई बहस हिंदुत्व पर आ गई है। तेजस्वी यादव ने कहा कि एक फुट लंबी चोटी रखने से कोई ज्ञानी नहीं बन जाता है। बीजेपी का बिहार में कोई चेहरा नहीं है। एडिटेड वीडियो और सड़क छाप बयान जैसी चिरकुट हरकतें करने की वजह से ही बीजेपी की ये दुर्दशा है। गिरिराज सिंह ने पलटवार कर इसे हिंदू प्रतीक चिह्नों पर हमला बताया है।
इसपर, गिरिराज सिंह ने कहा है कि चारा चोर का बेटा महात्मा नहीं हो जाएगा, फिर चिड़ियाघर का मिट्टी काट-काटकर मॉल भरवे करेगा। फिर आपका पलटू चाचा नीतीश कुमार पूरा खानदान को घपला के आरोप में बर्खास्त करबे करेंगे। इसके साथ ही अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर गिरिराज सिंह ने तेजस्वी यादव की ओर से एक चैनल को दिए गए इंटरव्यू का वीडियो क्लिप भी शेयर किया गया है। जिसमें तेजस्वी कह रहे हैं कि हमने दस लाख रोजगार का वादा किया था। लेकिन मुख्यमंत्री बनने पर दस लाख रोजगार देने का वादा किया था, अभी तो हम उपमुख्यमंत्री ही बने हैं।
तेजस्वी यादव की ओर से गिरिराज सिंह को निशाना बनाकर किए गए ट्वीट पर भी गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार को घेरे में ले लिया है। तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया था कि श्रीमान जी, इतना बेशर्म मत बनिए। एक फुट लंबी चोटी रखने से कोई ज्ञानी नहीं बन जाता, जैसे आप रखते है। इस पर गिरिराज सिंह ने कहा है कि बिहार के सेक्युलर सरकार के शीर्ष नेताओं ने हिंदू प्रतीक चिन्ह टीका-शिखा पर हमले शुरू कर दिए हैं। नीतीश जी नाबोध बिहारी की बलि ले रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हाल ही में ट्विटर पर तेजस्वी यादव का एक वीडियो शेयर किया। इसमें तेजस्वी एक इंटरव्यू में कह रहे हैं कि 10 लाख रोजगार देने का जो वादा किया था वह मुख्यमंत्री बनने पर पूरा करेंगे, अभी तो हम उपमुख्यमंत्री हैं।
इसके जवाब में तेजस्वी यादव ने काउंटर ट्वीट किया और इस इंटरव्यू का पूरा वीडियो शेयर किया। इसमें वे आगे कह रहे हैं कि सीएम नीतीश कुमार से उन्होंने 10 लाख रोजगार के बारे में बात की। वे इस मुद्दे पर गंभीर हैं। इस पर जल्द ही घोषणा होगी।
गिरिराज सिंह ने कहा है कि नीतीश सरकार में संस्कृत पर कोई फैसला नहीं आया, उर्दू पर आ गया।, 24 घंटे में ही तुष्टिकरण शुरू हो गया। विधानसभा में अल्पसंख्यक कल्याण की बैठक के लिए डाटा मंगाया जा रहा है। इधर, गिरिराज सिंह द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से अटैक करते ही लंबी बहस शुरू हो गई है तथा लोग बिहार में बने महागठबंधन सरकार की जमकर खिंचाई कर रहे हैं।
एक यूजर ने लिखा है कि नीतियों का विरोध होना चाहिए, दोनों तरफ से व्यक्तिगत आक्षेप से बचना चाहिए। नीतीश कुमार की हरकतों से बिहार की जनता ऊब गई है। एक ने लिखा है तेजस्वी यादव का यही घमंड इसको ले डूबेगा, अखलेस से कुछ सीखा नहीं ये, नौवीं फेल है तमीज तो सीखा नहीं होगा। चारा चोर मुख्यमंत्री, उसकी पत्नी मुख्यमंत्री, फिर भी लड़के दोनों लंपट और अशिक्षित हैं। इनको शिक्षा नही दे पाया और राजवंश की तरह अपने अशिक्षित राजकुमारों को बिहार पर मढ़ दिया। गिरिराज सिंह गर्व से हिंदू धर्म के प्रतीकों को सहेज रहे है।
जब तुम्हारे पास तर्क नहीं है तभी व्यक्तिगत टिप्पणी करना शुरू कर देते हो। हिंदू प्रतीकों पर कटाक्ष करने से पहले सोच लो करोड़ों व्यक्तियों के आस्था पर चोट कर रहे हो। चोटी पर टिप्पणी हिंदू समाज कभी सहन नहीं करेगा। यह हमारे हिंदू धर्म का प्रतीक है, हिंदू धर्म का अपमान अपनी तुच्छ राजनीति के चक्कर में साधु, संत और सनातनी का अपमान के लिए पूरे सनातन धर्म और हिंदू समाज से माफी मांगे तेजस्वी यादव।
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