back to top
12 जून, 2024
spot_img

Bihar में बिजली खपत ने तोड़ा अब तक का RECORDS – खपत में Uttar Pradesh-Bengal को पछाड़ा, क्या है आगे का Masterplan, जानिए नए आंकड़े

spot_img
Advertisement
Advertisement

इतिहास रच गया बिहार! बिजली खपत ने तोड़ा अब तक का रिकॉर्ड – भीषण गर्मी से बिहार में बिजली की खपत 8303 मेगावाट! अब जल्द छू सकता है 9000 का आंकड़ा।बिहार बना ऊर्जा का टाइगर! बिजली खपत में उत्तर प्रदेश और बंगाल को पछाड़ा।@पटना,देशज टाइम्स।

बिहार में बिजली खपत ने तोड़ा अब तक का रिकॉर्ड, 8303 मेगावाट पहुंची मांग

23 घंटे बिजली – पहले सपना था, अब हकीकत है! जानिए बिहार में कैसे हुआ ये बदलाव। सिर्फ आंकड़ा नहीं, उपलब्धि है! 8303 मेगावाट बिजली खपत बिहार की नई पहचान। 2005 में 700 मेगावाट, अब 8303! बिहार ने दिखाई बिजली क्षेत्र में ऐतिहासिक छलांग।बिजली में आत्मनिर्भर बना बिहार! सरकार ने बताया आगे का मास्टरप्लान@पटना,देशज टाइम्स।

बिहार में भीषण गर्मी और विकासशील अर्थव्यवस्था के बीच ऊर्जा मांग में ऐतिहासिक वृद्धि

पटना, देशज टाइम्स – बिहार में गर्मी का कहर चरम पर है, और इसके साथ ही बिजली की मांग ने अब तक का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मंगलवार रात 10 बजे के बाद राज्य की बिजली खपत 8303 मेगावाट तक पहुंच गई, जो अब तक की सर्वाधिक दर्ज मांग है।

यह भी पढ़ें:  मुखिया, सरपंच, पार्षदों के लिए GOOD NEWS! भत्ता -शस्त्र लाइसेंस, अनुदान – सभी मांगे मान ली सरकार,-10 लाख खर्चेंगे मुखियाजी...मिलेंगी नई सुविधाएं

पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा

बिजली विभाग के अनुसार, यह आंकड़ा 23 सितंबर 2023 को दर्ज 8005 मेगावाट से 298 मेगावाट अधिक है। ऊर्जा विभाग का अनुमान है कि अगर गर्मी का यही रुख रहा, तो खपत जल्द ही 9000 मेगावाट का आंकड़ा पार कर सकती है।

ऊर्जा मंत्री बोले – यह बिहार की उपलब्धि है

ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि:

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व में बिहार की बिजली आपूर्ति प्रणाली में अभूतपूर्व सुधार हुआ है। राज्य सरकार तकनीकी व वित्तीय सहायता से बिजली कंपनियों को मजबूत कर रही है।

यह भी पढ़ें:  Patna में वाहन चेकिंग के दौरान Scorpio ने 3 पुलिसकर्मियों को रौंदा, महिला सिपाही की मौत

2005 से 2025: बिजली खपत में ऐतिहासिक छलांग

वर्षअधिकतम बिजली मांगउपभोक्ता संख्याप्रति व्यक्ति खपत
2005700 मेगावाट17 लाख70 यूनिट
20258303 मेगावाट2.13 करोड़ से अधिक360 यूनिट

गांवों में भी पहुंच रही 22 घंटे बिजली

शहरी क्षेत्र: 23–24 घंटे बिजली आपूर्ति। ग्रामीण क्षेत्र: 21–22 घंटे बिजली। बिजली सब्सिडी: ₹15,995 करोड़ का सालाना खर्च। बिजली दरें: उत्तर प्रदेश और बंगाल की तुलना में काफी कम।

बिजली की भूमिका: ग्रामीण अर्थव्यवस्था से स्टार्टअप तक

राज्य में बिजली उपलब्धता ने निम्न क्षेत्रों में तेजी से प्रगति को बढ़ावा दिया। इससे, इंडस्ट्रियल ग्रोथ (Industrial Growth), डिजिटल शिक्षा (Digital Education), कोल्ड स्टोरेज और सिंचाई, स्टार्टअप्स और स्मार्ट शहर योजनाएं आकार लेने लगीं।

यह भी पढ़ें:  Patna में फूटा Corona Bomb! पॉजिटिव@ 67 के पार, 37 एक्टिव, 5 नए, Local Transmission का खतरा! अब हर गली है संदिग्ध-रहो होशियार-अलर्ट पर

भविष्य की योजना: 10,000 मेगावाट और आगे

ऊर्जा विभाग ने आगामी तीन वर्षों में बिजली मांग को 10,000 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना जताई है। इसके लिए बनाई गई योजनाओं में ट्रांसमिशन नेटवर्क का विस्तार होगा। अतिरिक्त पावर खरीद समझौते (PPA) होंगे।सोलर और अक्षय ऊर्जा स्रोतों का समावेश होगा। स्मार्ट मीटर और ग्रिड सबस्टेशन का प्रसार होगा।

अगर यही प्रगति बनी रही तो

8303 मेगावाट की रिकॉर्ड खपत केवल तकनीकी आंकड़ा नहीं, बल्कि यह बिहार के सामाजिक और औद्योगिक विकास की रफ्तार का प्रमाण है। अगर यही प्रगति बनी रही तो बिहार जल्द ही देश के अग्रणी ऊर्जा सक्षम राज्यों में शामिल हो सकता है।

जरूर पढ़ें

1.3 करोड़ जुड़ाव का Mission Complete– Darbhanga देगा Bihar को वैज्ञानिक बनने का गुर, बदली किसानी की तस्वीर, Makhana, Water Chestnut, Drone, Organic Farming...

दरभंगा से कृषि क्रांति का शंखनाद! उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने लिया ‘विकसित कृषि संकल्प...

– Darbhanga ने कहा-Nation First, उठी राष्ट्रभक्ति की पुकार! ‘अब देश सोएगा नहीं’, बिहार और छत्तीसगढ़ के गर्वनर ने कहा-48°C की गर्मी -40°C की...

"सीमा सुरक्षा सिर्फ जवानों की नहीं, हर नागरिक की जिम्मेदारी" – दरभंगा से उठी...

6 साल की बच्ची को दुकान के पीछे ले गया Darbhanga का ‘वहशी’ किराना कारोबारी, ‘कांड’ की कोशिश

दरभंगा में 6 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की कोशिश! 6 साल की...

बेनीपुर में जल संकट का निकला समाधान, टैंकर से पानी, समरसेबल और शौचालय –वार्डों में आवास– नगर परिषद का जनहित में बड़ा कदम!

बेनीपुर में जल संकट पर मचा बहस! सभी वार्डों में समरसेबल लगाने का प्रस्ताव...
error: कॉपी नहीं, शेयर करें