अब बिजली बिल में लगेगा झटका! बिहार के 120 नए शहरों में बढ़ेगी दर, जानें कितनी बढ़ेगी कीमत। ग्रामीण नहीं, अब शहरी दर पर देना होगा बिजली बिल – हर महीने जेब पर पड़ेगा असर!बिहार के लाखों उपभोक्ताओं को बड़ा झटका! बिजली की दर ₹1.67 प्रति यूनिट बढ़ी।@पटना,देशज टाइम्स।
बिहार के 120 नए नगर निकायों में अब ग्रामीण नहीं, शहरी दर से वसूला जाएगा बिजली बिल
120 नए नगर निकायों में अब शहरी दर से वसूली – जानिए कौन होगा सबसे ज्यादा प्रभावित। बिजली बिल में बढ़ोतरी, पर मिलेगा 24 घंटे सप्लाई – क्या वाकई होगा फायदा?अब नहीं चलेगा पुराना सिस्टम! जैसे ही बना नगर निकाय, बिजली दर तुरंत शहरी होगी लागू।बिजली दर बढ़ी, पर सुविधाएं भी बढ़ेंगी! बिहार सरकार का बड़ा फैसला – जानिए सब कुछ।@पटना,देशज टाइम्स।
नई दरों से बढ़ेगा उपभोक्ताओं का खर्च, लेकिन मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
पटना, देशज टाइम्स। बिहार सरकार द्वारा गठित 120 नए नगर निकायों में अब बिजली उपभोक्ताओं को शहरी दर पर बिल भुगतान करना होगा। इससे जहां प्रति यूनिट दर में ₹1.67 की बढ़ोतरी होगी, वहीं सुधरी हुई सेवाएं और 24 घंटे बिजली आपूर्ति की उम्मीद भी की जा रही है।
अब तक मिल रही थी ग्रामीण दर की सुविधा
नवगठित नगर निकायों में उपभोक्ता अभी तक ग्रामीण दर पर बिजली ले रहे थे, लेकिन अब नई नीति के तहत शहरी दर से भुगतान अनिवार्य होगा। बिजली दर में ₹1.67 प्रति यूनिट तक की वृद्धि होगी। खपत ज़्यादा होने पर मासिक खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि तय है।
बढ़ी दरें, लेकिन सुविधाओं में सुधार का वादा
बिजली दरों में बढ़ोतरी के साथ-साथ कई नई सुविधाएं देने की योजना है:
सुविधा | विवरण |
---|---|
24 घंटे बिजली | अब लगातार बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। |
शिकायत निवारण कंट्रोल रूम | त्वरित समस्या समाधान की व्यवस्था |
ट्रांसफार्मर बदली सेवा | 24 घंटे में खराब ट्रांसफार्मर बदला जाएगा |
सेवा निगरानी | बेहतर निगरानी और जवाबदेही |
सेवा असमानता खत्म करने की दिशा में बदलाव
यह बदलाव सिर्फ दरों का नहीं, बल्कि ग्रामीण और शहरी उपभोक्ताओं को समान सुविधाएं देने की पहल है।
पहले एक ही फीडर से ग्रामीण और शहरी इलाकों को आपूर्ति होती थी, जिससे बिलिंग और दरों में भ्रम रहता था। अब नगर निकाय घोषित होते ही शहरी दर लागू की जाएगी।
नगर विकास विभाग पहले से लेता था होल्डिंग टैक्स
नगर निकाय बनने के साथ ही टैक्स वसूली शुरू हो जाती थी, लेकिन बिजली कंपनियों की प्रक्रिया धीमी थी। नई नीति से यह विसंगति समाप्त होगी।
बिहार में कितने हैं शहरी उपभोक्ता?
क्षेत्र | शहरी उपभोक्ता (2024-25) |
---|---|
उत्तर बिहार | 14.45 लाख |
दक्षिण बिहार | 16.59 लाख |
कुल | 31.04 लाख (5%) |
कुल 2.13 करोड़ उपभोक्ताओं में से मात्र 5% शहरी उपभोक्ता हैं। लगभग 50% ग्रामीण और 30% बीपीएल/कुटीर ज्योति उपभोक्ता हैं। नई नीति से शहरीकरण प्रक्रिया को गति मिलेगी।
दीर्घकालिक लाभ: सेवा में सुधार और पारदर्शिता
हालांकि उपभोक्ताओं पर तत्काल आर्थिक बोझ बढ़ेगा, लेकिन यदि बिजली कंपनी सेवाएं समय पर देती है, निगरानी और शिकायत समाधान पारदर्शी रहता है, तो यह बिहार में शहरीकरण, सेवा गुणवत्ता और प्रशासनिक जवाबदेही को नई दिशा देगा।