बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां अपने चरम पर हैं, और सभी प्रमुख पार्टियां अपने-अपने स्तर पर चुनावी रणनीतियाँ बना रही हैं। इस बीच, जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर Prashant Kishor ने बड़ा बयान दिया है, जिससे राजनीतिक माहौल में हलचल मच गई है।
बिहार विधानसभा चुनाव: सरगर्मी और जन सुराज पार्टी का एलान
उन्होंने Prashant Kishor तेजस्वी यादव की विधानसभा सीट राघोपुर से चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। प्रशांत का कहना है कि पार्टी के कार्यकर्ता उन्हें इस सीट से चुनाव लड़ने की सलाह दे रहे हैं, हालांकि अंतिम निर्णय जन सुराज पार्टी की बैठक में लिया जाएगा।
पार्टी का चुनावी रोडमैप और चुनौती
प्रशांत किशोर Prashant Kishor ने घोषणा की कि जन सुराज पार्टी बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनकी पार्टी एनडीए और महागठबंधन दोनों को कड़ी टक्कर देगी। प्रशांत ने यह भी ऐलान किया कि जन सुराज उद्घोष यात्रा के बाद, पदयात्रा का सिलसिला भी फिर से शुरू किया जाएगा।
नीतीश कुमार पर हमला और शराबबंदी की आलोचना
प्रशांत किशोर Prashant Kishor ने नीतीश कुमार और एनडीए पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर एनडीए में दम है, तो वे यह घोषणा करें कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। साथ ही, PK ने यह भी दावा किया कि नवंबर के बाद, नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने पिछले 35 वर्षों में बिहार को पीछे धकेल दिया, और इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार कांग्रेस और भाजपा हैं, जिन्होंने इन दोनों नेताओं का समर्थन किया।
प्रशांत किशोर का बड़ा बयान, शराबबंदी असरहीन
शराबबंदी नीति पर बोलते हुए, PK ने इसे असरहीन बताया और कहा कि इससे बिहार को कोई फायदा नहीं हुआ, बल्कि 20,000 करोड़ रुपये का सालाना नुकसान हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि उनकी सरकार बनी, तो एक घंटे के भीतर शराबबंदी कानून को खत्म कर दिया जाएगा।
राघोपुर से चुनाव लड़ने की संभावना
पार्टी कार्यकर्ताओं से कई सुझाव मिलने के बाद प्रशांत किशोर ने यह संकेत दिया कि वे राघोपुर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, जहां तेजस्वी यादव वर्तमान में विधायक हैं। इस बयान के बाद, चर्चा तेज हो गई है कि प्रशांत किशोर तेजस्वी यादव के खिलाफ बिहार विधानसभा चुनाव में खड़े हो सकते हैं, हालांकि प्रशांत ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है।
निष्कर्ष : बिहार की सियासत में नया मोड़
प्रशांत किशोर Prashant Kishor का यह बयान बिहार की सियासत में नया मोड़ ला सकता है। उनकी पार्टी जन सुराज अब बिहार की राजनीति में एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है। ऐसे में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी की भूमिका अहम हो सकती है।