मधुबनी/खुटौना, देशज टाइम्स ब्यूरो। मिथिला और मिथिला के दो ह्दयस्थली मधुबनी और दरभंगा, जहां हुनर, योग्यता और ज्ञान का अथक भंडार है, यहां के युवाओं की कर्मठता का अब देश ही नहीं दुनिया भी कायल हो चुका है। यहां की मेधा शक्ति को लोहा मानते हुए दुनिया अब मिथिला की भूमि को सलाम करता इसकी ओर पलकें (The patient took flight for the first time with a stretcher from Darbhanga Airport) बिछाए खड़ा है।
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यही वजह है कि मधुबनी के एयरक्राफ्ट इंजीनियर खालिद हुसैन और शाहिद रजा ने कुछ ऐसा कमाल कर दिखाया है जिससे दरभंगा एयरपोर्ट के इतिहास में चार चांद लग गया है। कारण, इन दोनों मेधा शक्ति ने उस कोशिश उस सपने को साकार कर दिखाया है जहां से जिंदगी एक नई ऊंचाई पर उड़ती भी है और उसमें नवजीवन की आस भी जगती है।
यही कुछ हुआ है दरभंगा एयरपोर्ट पर जहां पहली बार दरभंगा एयरपोर्ट के स्पाइस जेट विमान में स्ट्रेचर समेत मरीज ने उड़ान भरी है। और उस मरीज के स्वस्थ होने की कामना हर कोई कर रहा है। पढ़िए पूरी खबर
दरभंगा एयरपोर्ट के स्पाइस जेट विमान कर्मचारियों ने फिर से एक नया इतिहास रचा (Darbhanga Airport Created History) दिया है। जहां बीते नवंबर माह में 62 वर्षों बाद विमान की सेफ नाइट लैंडिग व टेकऑफ कराया गया जो दिल्ली से चलकर आया और दिल्ली के लिए ही फिर उड़ान भरा था। वहीं अब एक दूसरे इतिहास की चर्चा हो रही है जहां विमान से स्ट्रेचर समेत एक मरीज को इलाज के लिए दरभंगा से बैंगलोर ले जाया गया है।
सकरी निवासी एयरक्राफ्ट इंजीनियर खालीद हुसैन,लौकहा निवासी एयरक्राफ्ट इंजीनियर शाहिद रजा, दरभंगा एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर संतोष ओनील, संजीव कुमार झा,रत्नेश कुमार सिंह तथा शत्रुघ्न राय के अथक प्रयास से मंगलवार को दरभंगा एयरपोर्ट के स्पाइस जेट विमान संख्या SG496 से सफलता पूर्वक स्ट्रेचर सर्विस सह एंबुलेंस से एक मरीज के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं।
जानकारी देते हुए खालिद हुसैन एवं शाहिद रजा ने देशज टाइम्स को बताया कि मधुबनी के बीएसएनएल टीडीएम सुमन झा के परिजन भोलानाथ झा के रीढ़ की हड्डी में दिक्कत आने से उन्हें इलाज के लिए बैंगलोर ले जाया गया।