पंजाब में मंत्री न बनाए जाने से नाराज विधायकों को आम आदमी पार्टी के संरक्षक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने रविवार को दिल्ली से मुख्यमंत्री भगवंत मान, मंत्रियों और विधायकों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया।
केजरीवाल ने कहा कि मंत्रियों को काम के लिए टारगेट दिया जाएगा। अगर पूरा नहीं हुआ तो छुट्टी तय है। परफॉरमेंस तय करेगी कि मंत्री कितनी देर रहेगा। मंत्री बनने से चूके विधायकों को नसीहत देते हुए कहा कि स्वार्थों को त्यागकर टीम भावना से काम करते हुए पंजाब के हित में आगे बढ़ें।
आप नेता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ हेल्पलाइन शुरू करने और 25 हजार नौकरियों के लिए भर्ती निकालने पर भगवंत मान की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा, मंत्री चंडीगढ़ में बैठने की बजाए फील्ड में ज्यादा रहें।
केजरीवाल ने कहा कि कुछ विधायक मंत्री नहीं बनने से दुखी हैं। नियम के अनुसार 17 मंत्री ही बन सकते हैं। इसलिए बाकी को टीम की तरह काम करना पड़ेगा। इस टीम के नेता भगवंत मान हैं। मंत्री पद केवल जिम्मेदारी है। यह जिम्मेदारी बदल भी सकती है।
केजरीवाल ने सख्त लहजे में कहा कि आपमें से 95 प्रतिशत पहली बार चुनाव जीते हैं। कुछ की राजनीतिक पृष्ठभूमि भी नहीं है। कुछ ने तो जीवन में कभी सोचा भी नहीं होगा कि वह विधायक बनेंगे। इसलिए विधायक बन गए हो। मंत्री बनने का सपना मत पालो। इतना अच्छा काम करो कि लोग मंत्री से ज्यादा याद करें।
केजरीवाल ने कहा कि कोई भी विधायक डीसी, एसपी तथा एसएचओ की पोस्टिंग के लिए भगवंत मान के पास न जाए। यह काम भगवंत मान और मंत्रियों का है। कोई अधिकारी अगर जनता के काम नहीं करता है तो उस पर कार्रवाई के लिए जरूर जाएं।
विधायकों केअस्पताल और तहसीलों की जांच को लेकर वायरल वीडियो पर केजरीवाल ने कहा कि जांच करें लेकिन अफसरों के साथ अभद्रता न करें। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि अगर कोई विधायक भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया तो उसे कोई मौका नहीं दिया जाएगा।