बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बिहार में एक बार फिर कार्यक्रम होने वाला है। बिहार पर फिदा हुए बागेश्वर बाबा सितंबर में गया में सजाएंगें। धीरेंद्र शास्त्री का दरबार इस मोक्ष की नगरी गया में सजेगा।
बाबा शास्त्री ने फिर से बिहार आने का ऐलान कर दिया है। अगली बार उनका दरबार धर्म और मोक्ष की नगरी गया में सजेगा। वहां ज्यादा लोगों के लिए व्यवस्था की जाएगी ताकि दिक्कत नहीं हो।
हालांकि, धीरेंद्र शास्त्री के आगामी कार्यक्रम को लेकर विरोध के स्वर भी साथ में फूटने लगे हैं। कार्यक्रम का अभी से विरोध भी शुरू हो गया है। ऐसे में कार्यक्रम होगा या नहीं संशय के तलवार हैं।
जानकारी के अनुसार, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर कथावाचक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का 29 सितंबर से 5 अक्टूबर तक गया में भागवत कथा और गरुड़ पुराण का पाठ करेंगे। मगर, लेकिन गया के पंडे इस कार्यक्रम के विरोध में एकजुट हो गये हैं. ऐसे में बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम की तारीख या जगह में बदलाव किया जा सकता है, या फिर इसे टाला जा सकता है।
इससे पहले 13 से 17 मई तक बाबा बागेश्वर का पटना में कार्यक्रम हुआ था। धीरेंद्र शास्त्री ने नौबतपुर के तरेत पाली मठ परिसर में पांच दिनों तक हनुमत कथा और प्रवचन दिया। इस कार्यक्रम का काफी विरोध भी किया गया था।
इसके बावजूद कार्यक्रम सफल रहा था। मई महीने में पटना में भीषण गर्मी पड़ रही थी. फिर भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु भागवत कथा और गरुड़ पुराण का पाठ सुनने आये थे। बाबा के दरबार में कई दिग्गज नेताओं ने हाजिरी लगाई थी।
पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह खबर सामने आयी थीं कि धीरेंद्र शास्त्री का अगला कार्यक्रम गया या मुजफ्फरपुर में होगा, मगर अब तय कार्यक्रम के अनुसार कार्यक्रम गया में होने वाला जिसका विरोध अभी से हो रहा।
पंडों का कहना है कि इभी गया में पित्रपक्ष का विशेष समय है। ऐसे में, देश से ही नहीं विदेशों से भी लाखों लोग गया पिंड दान करने आते हैं। बागेश्वर बाबा के कार्यक्रम होने से पंडों की पूजा-पाठ पर असर पड़ेगा।
पंडे बताते हैं कि साल में यही एक महीना होता है, जिसमें उनकी अच्छी कमाई होती है। इसलिए उन्होंने 29 सितंबर से 14 अक्टूबर तक कार्यक्रम नहीं रखने की अपील की है।
बागेश्वर धाम प्रबंधन समिति का कहना है कि इस कार्यक्रम में पूरे देश से शहीदों के परिजन शामिल होंगे। इसलिए इसे पितृपक्ष में रखा गया है। कहा कि अगर गया जिला प्रशासन कार्यक्रम कराने की अनुमति देगा तब कार्यक्रम को लेकर ऑफिशियल अनाउंसमेंट किया जायेगा।