सीवान के रहने वाले एक परिवार के तीन लोगों की यूपी के गोरखपुर में एक साथ लाश मिली है। पिता और उसकी दो बेटियां फंदे से लटकी थीं। वारदात मंगलवार सुबह की है। इनकी पहचान जितेंद्र श्रीवास्तव और उनकी दो बेटियों के रूप में की गई है।
शाहपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुरवा की धोबी गली में दो नाबालिग बेटियों के साथ पिता के पंखे से लटकने का मामला सामने आया है। घटना की वजह का अभी पता नहीं चल सका है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के मुताबिक शाहपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुरवा के धोबी गली में जितेंद्र श्रीवास्तव अपनी नाबालिग दो पुत्रियों और गार्ड की नौकरी करने वाले पिता के साथ रहते हैं। हर दिन की तरह सोमवार रात में सभी ने भोजन किया। फिर, गार्ड की नौकरी करने वाले पिता रात्रि ड्यूटी पर चले गये।
मंगलावर की सुबह जब वे घर लौटे तब उन्होंने परिजनों को एक कमरे में पंखे से लटकता देखा। जितेंद्र श्रीवास्तव और उनकी दोनों नाबालिग बेटियां पंखे से लटक रहे थे। इसके बाद रुंधे गले से पिता ने इसकी जानकारी पुलिस से साझा की। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की तस्दीक की और पंचनामा के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इधर, पुलिस के आला अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटना स्थल की विधिवत वीडिओग्राफ़ी की है। इस दौरान पुलिस ने घटना स्थल से साक्ष्यों को भी इकट्ठा किया।
ऐसा कहा जा रहा है कि आर्थिक तंगी से परेशान होकर इस तरह का कदम उठाया गया है। हालांकि जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही सब कुछ स्पष्ट होगा। घटना गोरखपुर के घोषिपुरवा मोहल्ले की बताई जा रही है। फॉरेंसिक टीम मामले की जांच में जुट गई है। ये सभी सीवान के गुठनी थाना क्षेत्र के रहने वाले थे।
बताया जाता है कि गोरखपुर के घोषिपुरवा इलाके में सीवान के गुठनी निवासी 64 वर्षीय ओमप्रकाश श्रीवास्तव मकान बनवाकर 15 साल से परिवार के साथ रहते थे। उनके दोनों बेटों के बीच बंटवारा हो चुका है। वह गार्ड की नौकरी करते हैं।
जितेंद्र के पिता ओमप्रकाश सोमवार की रात ड्यूटी पर चले गए थे। मंगलवार की सुबह सात बजे लौटे तो मुख्य दरवाजा खुला था। अंदर जाकर देखा तो अलग-अलग कमरे में उनेक बेटे जितेंद्र और पोती 16 वर्षीय मान्या और 14 वर्षीय मानवी का शव फंखे से दुपट्टे के सहारे लटक रहा था। वो चीखते हुए बाहर निकले और घटना की जानकारी पड़ोसियों के साथ शाहपुर थाने की पुलिस को दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और जांच शुरू की।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौरव ग्रोवर ने कहा है कि घटना के बारे में जितेंद्र श्रीवास्तव के पिता और उनके परिजनों से बातचीत हो रही है। जाँच की जा रही है। कई पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है।