बिहार में शराब माफिया पर एक और नकेल की तैयारी है। इसके लिए अब मिर्ची पाउडर अस्त्र बनने वाला है। पुलिस इसे छापेमारी के दौरान इस्तेमाल करेगी।
इसके लिए पुलिस और उत्पाद दल पर होने वाले हमलों से बचा जा सकेगा। यह नई रणनीति दोनों ने मिलकर बनाई है। इसके तहत अब छापेमारी दल पर हमला करने वाले और तस्करों को बचाने वालों पर अब मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया जाएगा।
पुलिस अब बंदूक और गोली के साथ मिर्ची का पाउडर भी लेकर चलेगी, जो शराब कारोबारी पुलिस पर हमला करेंगे या छापेमारी के दौरान शराब कारोबारी के परिजन महिला और बच्चे विरोध करेंगे उन पर पुलिस लाठी-डंडे नहीं बल्कि मिर्ची पाउडर का स्प्रे करेगी।
इसकी रेंज 12 से 15 फीट तक होगी। मिर्ची स्प्रे का इस्तमाल अपनी सुरक्षा के लिए करते है इस के स्प्रे से सामने वाले की आंखों में तेज जलन होती है। इसका असर आधे घंटे से अधिक समय तक रहता है।
सभी पुलिसकर्मियों को मिर्ची स्प्रे दिया जाएगा ताकि महिलाओं, बच्चों पर मिर्ची डालकर उनके आवेश को रोका जा सके। मिर्ची से आंखों में जलन होती है लेकिन उससे ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ता है।
लेकिन बड़े-बड़े काम जो गोली, बंदूक और लाठी डंडे से नहीं हो सकता है मिर्ची से हो जाएगा। मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल अधिकतर कश्मीर में उग्रवादियों को पकड़ने के लिए किया जाता है।
इसके लिए मद्य निषेध, उत्पाद और निबंधन विभाग ने इसको लेकर पहली खेप के रूप में 700 मिर्ची स्प्रे का ऑर्डर दिया है।
वहीं पटना के कुम्हरार स्थित ग्रुप ट्रेनिंग सेंटर में मिर्ची स्प्रे का डेमो भी दिया गया। विभाग के संयुक्त आयुक्त श्रीकृष्ण पासवान ने इस दौरान बताया कि अवैध शराब के विरुद्ध कार्रवाई के दौरान अपराधी महिलाओं और किशोरों को आगे कर देते हैं।
कई बार यह लोग छापेमारी दल की गाड़ियों को घेर लेते हैं, और तो कई बार ये लोग गाड़ी के आगे ही लेट जाते हैं। इससे शराब के धंधेबाजों को भागने का मौका मिल जाता है और फरार हो जाते है। इससे निबटने के लिए अब मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल किया जाएगा।