चंदन पांडेय, देशज टाइम्स ब्यूरो। विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व दुर्गा वाहिनी की विशाल धर्म सभा से एकबार फिर राम मंदिर निर्माण की ललकार उठी। रविवार को आयोजित धर्म सभा में मेडिकल मैदान में जुटी हजारों की भीड़ ने सामूहिक शपथ ली कि मंदिर वहीं बनाएंगे। लोगों ने अयोध्या में रामजन्म भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण की मांग को लेकर आवाज बुलंद किया। मौके पर भाजपाइयों ने हिंदुओं से अपने
हिंदुत्व को जगाने व अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कराने का संकल्प लेने का आह्वान किया। पूरा मेडिकल ग्राउंड भगवा रंग से सराबोर था। चारों ओर से जय श्रीराम के नारे से पूरा मैदान गूंज रहा था। इधर, पूरा शहर भी भगवा रंग से उसका साथ दे रहा था।
धर्म सभा के समर्थन में जगह-जगह भगवा रंग के झंडे शहर में लगाए गए थे। इस अवसर पर इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपालजी ठाकुर, विधायक संजय सरावगी, एमएलसी अर्जुन सहनी समेत भाजपा के कई बड़े नेताओं ने धर्म सभा में उपस्थिति दर्ज कराकर अपना नैतिक समर्थन दिया।
राम उदित दस मौनी बाबा, जिला संघ चालक अशोक सिह, संघ के जिला कार्यवाहक दिलीप कुमार, राम शंकर दास, संत ज्ञानीजी, संत विमल, अनिल कुमार, मिथिलानंद झा, अवध किशोर दास, झमेली बाबा, राम भरोसे दास, राधेश्याम दास, दिलीप झा, महादेव प्रसाद
जायसवाल, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. मुरारी मोहन झा, भाजपा जिलाध्यक्ष हरि सहनी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष डॉ. निर्भय शंकर भारद्वाज, पूर्व विधायक गोपालजी ठाकुर, आदित्य नारायण चौधरी, अमलेश झा, मुकुंद चौधरी, धर्मशीला गुप्ता, संगीता साहू, वीणा, ओम प्रकाश सिंह, अजित चौधरी समेत बड़ी संख्या में हिन्दू समाज के लोग मेडिकल ग्राउंड में जुटे रहे। वहीं सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती थी।
विश्व हिंदू परिषद् धर्म महासभा में अयोध्या में श्री राम मंदिर निर्माण का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सह उदघाटन कर्ता श्री 108श्री राम उदित दास उर्फ श्री मौनी बाबा ने किया। इसमें मिथिला के विशिष्ट महंत अवध किशोर दास धेरूख, राम शंकर दास जी पोखराम, गोपाल दास बधौल धाम, मिथिलानंद जी के साथ मिथिलांचल के प्रमुख विशिष्ट संत उपस्थित थे। उद्घाटन वैदिक मंत्रोंच्चारण
सह पौराणिक श्लोक उच्चारण के साथ किया गया। इसमें वैदिक कन्हैया चौधरी, पंडित विकास चौधरी, नटवर मिश्रा, नीतेश चौधरी, जीवेश चौधरी समेत अन्य वैदिक विद्वानों की ओर से वाचन किया गया। इसके बाद उपस्थित सभी संत महात्माओं व विद्वानों को चादर पाग माला से सम्मानित किया गया। सबने एक स्वर में अयोध्या में मंदिर निर्माण का संकल्प दोहराया।