Nitish Kumar Security Protocol: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मिली Z+ सुरक्षा, अब लागू किए गए नए प्रोटोकॉल,बिना अनुमति और जांच के कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री को फूल-माला या उपहार नहीं दे सकेगा। भागलपुर दौरे से पहले जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। एंटी-सबोटाज जांच के बिना किसी को भी पास नहीं मिलेगा।बिना अनुमति और जांच के कोई भी व्यक्ति मुख्यमंत्री को फूल-माला या उपहार नहीं दे सकेगा। कोई माला, फूल या गिफ्ट बिना जांच अब नहीं मिलेगा CM को।@संतोष पांडेय, भागलपुर, देशज टाइम्स
Z+ सुरक्षा प्राप्त मुख्यमंत्री की सुरक्षा को नए प्रोटोकॉल
भागलपुर दौरे से पहले जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। एंटी-सबोटाज जांच के बिना किसी को भी पास नहीं मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। अब कोई भी व्यक्ति बिना पूर्व अनुमति और जांच के मुख्यमंत्री को फूल माला नहीं पहना सकेगा। भागलपुर दौरे के मद्देनज़र सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है और Z+ सुरक्षा प्राप्त मुख्यमंत्री की सुरक्षा को नए प्रोटोकॉल के तहत और मजबूत किया गया है।
बिना अनुमति माला और उपहार पर रोक
मुख्य निर्देश: कोई भी व्यक्ति बिना एंटी-सबोटाज जांच और प्रशासनिक अनुमति के माला या उपहार नहीं दे सकेगा। झोला, छाता, या अन्य कोई निजी सामान कार्यक्रम स्थल पर ले जाना सख्त वर्जित होगा। सभी कार्यक्रम स्थलों पर दंडाधिकारी और सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती अनिवार्य की गई है।
Z+ सुरक्षा के अंतर्गत आते हैं नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री “बिहार विशेष सुरक्षा बल अधिनियम 2000” के तहत संरक्षित हैं और उन्हें Z+ कैटेगरी की सुरक्षा प्राप्त है। इस श्रेणी में देश के सबसे वीआईपी व्यक्तियों को रखा जाता है, जिसमें एनएसजी कमांडो, स्थानीय पुलिस, और खुफिया एजेंसियों की सामूहिक जिम्मेदारी होती है।
देश की मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए कदम
भागलपुर में प्रस्तावित सरकारी कार्यक्रम को लेकर प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। जिला अधिकारी (DM) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) ने सभी सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि कोई भी चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी व्यक्तियों की स्कैनिंग, बैग चेकिंग और मेटल डिटेक्टर से जांच की जाएगी।
जानिए सुरक्षा लेयर, नया नियम, सुरक्षा स्तर संक्षेप में:
बिंदु | विवरण |
---|---|
सुरक्षा स्तर | Z+ सुरक्षा |
नया नियम | बिना अनुमति माला, उपहार, सामान पर रोक |
कानूनी आधार | बिहार विशेष सुरक्षा बल अधिनियम 2000 |
तैनात टीमें | दंडाधिकारी, खुफिया एजेंसियां, सशस्त्र बल |
कारण | देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति |
सुरक्षा में लापरवाही पर होगी सख्त कार्रवाई
प्रशासन ने साफ किया है कि यदि कोई व्यक्ति नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखने के लिए CCTV कैमरे और सुरक्षाकर्मी भी तैनात किए गए हैं।
उठाया गया यह कदम दर्शाता है
नीतीश कुमार की सुरक्षा को लेकर उठाया गया यह कदम दर्शाता है कि राज्य सरकार सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करना चाहती। नए नियमों से यह भी स्पष्ट होता है कि हर वीआईपी कार्यक्रम में पूर्ण सतर्कता और जांच अनिवार्य होगी।