आकिल हुसैन मधुबनी, देशज टाइम्स। गांधी सेना के तत्वाधान में सीएए, एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ विरोध सभा का आयोजन जिला मुख्यालय स्थित मदरसा इस्लामिया में किया गया। आयोजित विरोध सभा की अध्यक्षता गांधी सेना के संरक्षक मो. अमानुल्लाह खान व मंच संचालन मौलाना नासिर शबीली ने किया। सभा से पहले बड़ा बाजार से एक विरोध मार्च निकाला गया, जो शहर होकर मदरसा इस्लामिया पहुंचा व सभा में तब्दील हो गया।
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा, देश में आरएसएस के एजेंडा को लागू किया जा रहा है। इसे किसी भी हालत में हम हिन्दुस्तानी कबूल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, देश में सीएए कानून लागू कर बांटने की कोशिश की गई है। इसका विरोध देश की हम अमन परस्त जनता आखिरी दम तक करते रहेंगे, जब तक काले कानून को केन्द्र सरकार वापस नहीं ले लेती है।
श्री यादव ने कहा, गुजरात के दो व्यक्ति महात्मा गांधी व हाजी हबीब मियां थे जिन्होने देश को जोड़ने का काम किया था। आज गुजराज के दो व्यक्ति नरेन्द्र मोदी व अमित शाह हैं जो देश की गंगा-जमनी तहजीब को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होने कहा, 39 प्रतिशत लोगों का ही विश्वास केन्द्र सरकार पर है, जबकि देश की 61 प्रतिशत जनता आज भी विरोध में है। श्री यादव ने कहा, सीएए,एनआरसी व एनपीआर के खिलाफ अमन परस्त जनता विरोध जा रखें।
विधायक भावना झा ने कहा, हम सब भारतवासी हैं और रहेंगे। भाजपा आरएसएस के बनाए काले कानून के खिलाफ एक होकर आखिरी दमतक जवाब देंगे। देश को हम सभों ने आजाद कराया है तो फिर यह कैसा कानून भाजपा सरकार ने लाया है। विधायक झा ने कहा, सीएएए,एनआसी व एनपीआर के विरोध आन्दोलन जारी रहेगा।
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भारतीय मित्र पार्टी के अध्यक्ष धनेश्वर महतो ने कहा कि एनआरसी,एनपीआर और सीएए सभी वर्गो के लिए हानिकारक है। उन्होने कहा, केन्द्र की भाजपा सरकार देश की जनता को गुमराह कर रही है। श्री महतो ने कहा, सही जानकारी मोदी-शाह अपने कार्यकर्ताओं को भी नही दे रही है। अगर सही जानकारी भाजपा कार्यकर्ताओं मिल जाए तो वह भी एनआरसी का विरोध करने लगेंगे। उन्होंने कहा, हमारी पार्टी आखिरी दमतक काले कानून का विरोध करती रहेगी।
जेपी सेनानी हनुमान राउत ने कहा, हम देश के छात्रों का धन्यबाद करने चाहते हैं, देश की जनता को लोकतंत्र व संविधान के प्रति जागरूक करने का कार्य किया है। एनपीआर जो पिछले दरवाजे से लाने की तैयारी की जा रही है वह एनआरसी का पहला कदम है। सीएए,एनआरसी व एनपीआर से देश के सिर्फ मुस्लिम का ही नुकसान नही है,बल्कि देश के आम गरीब करोड़ो जनता को होगा। जो एक एक वक्त की रोटी के लिए मजदुरी करते हैं, वैसे गरीब लोग कहां से कागजात का इन्तजाम कर पाएंगे। प्रो. सुनील नायक, प्रो. औसाफ लडडन, माले नेता अनील सिंह, सीपीआई सचिव मिथिलेश झा ने भी संबोधित किया। सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे।मधुबनी की हुंकार, गुजरात के गांधी व हबीब मियां ने देश जोड़ा, मोदी-शाह हिंदू-मुस्लिम में बांट दिया