पटना ,देशज न्यूज। रघुवंश प्रसाद सिंह ने लालू और उनके सियासी उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव को बड़ा झटका देते हुए मंगलवार को राजद के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। बताते हैं कि रघुवंश बाबू राजद में वैशाली के रामा सिंह को शामिल किये जाने से भड़क गये हैं। उन्हें कोरोना हो गया है और उनका इलाज पटना एम्स में चल रहा है।
रघुवंश बाबू का कहना है कि पार्टी को नरक बना दिया गया। टिकट बेचना और समर्पित कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हमें बर्दाश्त नहीं। रघुवंश बाबू ने कहा कि स्वस्थ होने दीजिए… अभी बहुत कुछ कहना बाकी है। रघुवंश बाबू के इस्तीफे से तेजस्वी घबरा उठे हैं।उन्होंने आज अपने विश्वस्त लोगों की मीटिंग बुलाई है और विचार -विमर्श के लिए सभी विधायकों को पटना बुलाया है। दरअसल इसकी पृष्ठभूमि काफी पहले से तैयार हो रही थी।
पार्टी में लगातार अपनी उपेक्षा से खफा रघुवंश प्रसाद सिंह के सब्र का पैमाना सोमवार को तब छलक पड़ा जब राजद में कभी उनको वैशाली सीट पर शिकस्त देने वाले और लोजपा के पूर्व संसद रामा सिंह को शामिल करने की तारीख का एलान हुआ। दरअसल, बाहुबली रामा सिंह ने वैशाली में रघुवंश बाबू की जमीन खिसकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
जब सोमवार को इस बात का एलान हुआ कि रामा सिंह राजद में शामिल किये जायेंगे, तब रघुवंश सिंह हत्थे से उखड़ गये और आज उन्होंने राजद में पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया। इस तरह राजद को आज पांच एमएलसी के पाला बदलने के बाद रघुवंश सिंह के इस्तीफे से बैक टू बैक डबल झटका लगा।
अंदरखाने से यह भी खबर आ रही है कि रघुवंश प्रसाद सिंह पार्टी की कार्यप्रणाली और नए प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से भी काफी नाराज चल रहे थे। ऐसे में वैशाली वाले दबंग रामा सिंह की पार्टी में एंट्री की सुगबुगाहट ने रघुवंश प्रसाद सिंह को आत्मघाती कदम उठाने पर मजबूर कर दिया। हालांकि रघुवंश प्रसाद अभी कोरोना को लेकर एम्स में भर्ती है और उन्हें आइसोलेशन में रखा गया है।