घनश्यामपुर। चिकित्सक व कर्मियों की कमी से घनश्यामपुर सीएचसी की स्वास्थ्य सेवा चरमरा गई है। चिकित्सक के अभाव में अस्पताल का काम काज प्रभावित होने लगा है। स्थिति इतनी भयावह होती जा रही है, स्वास्थ्य सेवा सहित टीकाकरण का कार्य किसी भी समय ठप हो सकता है।
वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर ने ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। प्रखंड में अब तक102 पोजिटिव मामले सामने आए हैंद्ध इनमें से 34 मरीज ठीक हो चुके हैं।
अस्पताल के तीन चिकित्सक, तीन एएनएम हेल्थ मैनेजर, एकांउटेट, डाटा आपरेटर संविदा कर्मियों सहित 12 लोग संक्रमित हैं। इनमें से चिकित्सक डॉ. एचएन मंडल का निधन हो चुका है। मात्र दो चिकित्सक अस्पताल में रह गए थे। इनमें से एक चिकित्सक ने सर्दी खांसी की शिकायत पर मंगलवार से आइसोलेशन में चले गए हैं।
इनकी जांच रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा की जा रही है। अस्पताल के नाम पर मात्र प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवल किशोर प्रसाद के जिम्मे पूरा अस्पताल तथा सिस्टम है।
कुल 7 एएनएम व 5 जीएनएम के सहारे डिलिवरी व टीकाकरण का कार्य चल रहा है। अस्पताल में ओपीडी इमरजेंसी रोस्टर डयूटी मात्र एक चिकित्सक के सहारे कैसे चल रहा है। इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
इस संबंध में पूछने पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने देशज टाइम्स को बताया कि सारी वस्तु स्थिति की जानकारी वरीय अधिकारी को दे दी गई है।