मुजफ्फरपुर की पुलिस नकली नोट कारोबारियों और अंतरराष्ट्रीय से लेकर स्थानीय तस्करों पर नकेल कसने के पूरे मूड में है। लगातार पुलिस की कार्रवाई नकली नोटों और उसके नेटवर्क को ध्वस्त करने (read Darbhanga connection of the news…) में जुटा है।
यही वजह है कि हाल ही में स्थानीय पुलिस ने 11.50 लाख के नकली नोटों के साथ अंतरराष्ट्रीय गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर बड़ी कार्रवाई की थी। वहीं, ताजा मामला भी उसी नकली कारोबार से जुड़ा है जहां पुलिस ने नकली नोट के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार तस्करों को (4 smugglers of fake currency gang arrested in Muzaffarpur) गिरफ्तार कर लिया है। पढ़िए पूरी खबर
जानकारी के अनुसार, मुजफ्फरपुर में नकली नोट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर रही है। पिछले दिनों पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर वाहन जांच के दौरान एक कार से साढ़े ग्यारह लाख के नकली नोट के साथ चार बदमाशों को गिरफ्तार (Four Arrested With Fake Currency In Muzaffarpur) किया था। अब ताजा मामला क्या है यह जानिए…
हैरत की बात यह है कि इस नकली नोट नेटवर्क के तार दरभंगा से भी जुड़े हैं जहां नेपाल से नकली नोटों की खेप लेकर आया था. इसे मुजफ्फरपुर, वैशाली, मोतिहारी, शिवहर, दरभंगा आदि जगहों पर खपाया जाता है यह खुलासा उसने किया है जो इस पूरे नेटवर्क का हैड बॉस है यानि मनोज। मनोज ने जो जानकारी पुलिस को दिए हैं वह बेहद चौंकाने वाले हैं…पढ़िए पूरी खबर
मुजफ्फरपुर-हाजीपुर फोरलेन पर फकुली चौक के पास जाली नोटों के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई सैन्य खुफिया एजेंसी लखनऊ ने की। चारों तस्कर दो मोटरसाइकिल पर सवार थे, जिनमें से दो मोटरसाइकिल वैशाली के थे।
हेड बॉस मनोज कुमार एवं मो. रिजवान के पास से एक हजार रुपए के नकली नोट मिले। दो अन्य तस्कर रास्ता भटककर भाग गये। हिरासत में लिए गए तस्करों से फकुली ओपी में पूछताछ की जा रही है। हिरासत में लिया गया व्यक्ति नकली धन की तस्करी करने वाले गिरोह से जुड़ा है।
इनके पास से पचास रुपये के बीस नकली नोट मिले। बताया गया कि मनोज नकली नोट का नमूना लेकर पहुंचे। तस्करों को बीस लाख रुपये के नकली नोटों की तस्करी करनी थी. इस बीच चारों तस्करों को गिरफ्तार करने के लिए देर शाम वरीय पुलिस अधिकारी पहुंचे। उन्होंने सभी से पूछताछ की और पुलिस ने उनकी साइकिल जब्त कर ली।
इसके बारे में माना जा रहा था कि वह चोरी की थी. ओपी अध्यक्ष ललन कुमार ने बताया कि ये नकली नोट तस्कर गिरोह से जुड़े हैं। नोट तस्करों को पकड़ने के लिए लखनऊ मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम एक सप्ताह से टोही दौरे पर थी। ग्रुप को सूचना मिली कि चार तस्कर फकुली की ओर आ रहे हैं, जिसके बाद सैन्य खुफिया टीम इंतजार करने लगी।
मनोज अपने साथी के साथ ढाई घंटे देरी से पहुंचे, जिसके बाद टीम ने सभी को पकड़ लिया। मनोज ने कुढ़नी, लालगंज और वैशाली के कई ऐसे कारोबारियों के नाम की जानकारी दी जो जाली नोट खरीद रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, मनोज ने बताया कि वह नेपाल से नकली नोटों की खेप लेकर आया था। इसे मुजफ्फरपुर, वैशाली, मोतिहारी, शिवहर, दरभंगा आदि जगहों पर खपाया जाता है। वह अपना पचास प्रतिशत कारोबार नकली नोटों में करता है। वह पहले भी कई बार फकुली आया था और जाली नोट खपाया था।
इसी साल अप्रैल में फकुली में जाली नोटों के साथ पकड़े गये छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के तस्कर विशंभर प्रसाद ने सैन्य खुफिया एजेंसी लखनऊ को मनोज के नाम और मोबाइल नंबर की जानकारी उपलब्ध करायी थी।