दरभंगा, देशज टाइम्स। राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद्, केंद्र सरकार की उत्प्रेरणा तथा राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्, बिहार व बिहार काउंसिल ऑन साइंस एंड टेक्नोलॉजी, पटना की सहभागिता से साइंस फॉर सोसाइटी, बिहार की दरभंगा जिला इकाई की ओर से शनिवार को 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांंग्रेस-2023 के तहत जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांंग्रेस का आयोजन महात्मा गांंधी शिक्षण संस्थान, वाजितपुर, बीएमपी- 13 के निकट, बहादुरपुर, दरभंगा में हुआ। मुख्य विषय ‘स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारितंत्र को समझना’ पर आयोजित इस कांँग्रेस में जिले के 59 विद्यालयों से 87 बाल वैज्ञानियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ एम एल एस एम कॉलेज, दरभंगा के भूतपूर्व प्रधानाचार्य डॉ० विद्यानंद झा की अध्यक्षता में आयोजित एक समारोह के साथ हुआ जिसका उद्घाटन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति डॉ. एसपी सिंह एवं मंचस्थ अन्य अतिथियों ने समवेत रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, दरभंगा प्रमंडल, दरभंगा ब्रजभूषण पांडेय इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, माध्यमिक शिक्षा एवं साक्षरता, दरभंगा नवीन कुमार ठाकुर और विद्यापति सेवा संस्थान दरभंगा के महासचिव डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू , निर्णायक मंडल के सदस्यों में एमएलएसएम कॉलेज, दरभंगा के भूगोल विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. कालीदास झा, एमकेएस कॉलेज त्रिमुहान चंदौना के जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शशि भूषण शशि एवं महारानी कल्याणी महाविद्यालय लहेरियासराय की जंतु विज्ञान की सहायक प्राध्यापिका डॉ. गीतांजलि चौधरी मूल्यांकनकर्त्ता के रूप में उपस्थित थे।
दीपक कुमार झा और ओमप्रकाश सहनी के संयोजन में महात्मा गांंधी शिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं की ओर से प्रस्तुत स्वागत गान से प्रारंभ इस समारोह में आगत अतिथियों का स्वागत विद्यालय के चेयरमैन हीरा कुमार झा ने किया जबकि विषय प्रवेश राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक राम बुझावन यादव रमाकर तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रभारी प्राचार्य अजय झा ने किया।
अपने उद्घाटन भाषण में कुलपति प्रो० एस पी सिंह ने कहा कि बाल विज्ञान कांँग्रेस की मूल भावना विज्ञान को जानना, सही तरीके से विज्ञान की समझ विकसित करना तथा तदालोक में उसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर वैज्ञानिक कार्य प्रणाली को आम आदमी तक पहुंँचाना है।
उन्होंने विषय वस्तु की चर्चा करते हुए कहा कि पारितंत्र प्राकृतिक प्रक्रियाओं का एक स्वत: निर्मित संजाल है, जिसमें समस्त शारीरिक एवं मानसिक तंदुरुस्ती की समुचित व्यवस्था के साथ ही सभी जीवों के कल्याण के तथ्य अंतर्निहित हैं।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद को उद्धृत करते हुए कहा कि विज्ञान का नैतिक मूल्यों के साथ अंतर्संबंध ज्ञान और समझ को सीमा से परे कर देता है। अस्तु उच्च मानवीय मूल्यों के साथ बढ़ता हुआ विकास ही दीर्घकाल तक पारितंत्र को संतुलित रख सकता है।
मुख्य अतिथि ब्रजभूषण पांडेय ने कहा कि बाल विज्ञान कांँग्रेस को श्रृंखलाबद्ध तरीके से किशोर किशोरियों के साथ जोड़ा गया है, क्योंकि वे प्राकृतिक एवं मनोवैज्ञानिक दोनों ही तरह से काफी जिज्ञासु एवं खोजी प्रवृत्ति के होते हैं। उन्होंने कहा कि किशोरवय पर यह अधिक जवाबदेही बनती है कि वे पारितंत्र में बेतरतीब उथल-पुथल पर नियंत्रण हेतु निरंतर प्रयास करें और सृष्टि को द्रुतगति से विनाश की ओर जाने से रोकें।
अपने अध्यक्षीय संबोधन डॉ० विद्यानाथ झा ने कहा कि यह एक सुखद तथ्य है कि हाल के वर्षों में जिला एवं राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक वैज्ञानिक स्पर्धा के क्षेत्रों में अनेक आयोजन हो रहे हैं और स्कूली स्तर से ही प्रतिभाशाली बच्चों की नवाचारी प्रवृत्तियों को और भी निखारने का अवसर मिल रहा है।
निर्णायक मंडल द्वारा जिला स्तर पर निम्न विद्यालयों के परियोजनाओं का चयन किया गया ग्रामीण क्षेत्र के निम्न आयु वर्ग से डीएवी पब्लिक स्कूल, सारामोहनपुर की छात्रा अदिति प्रिया और महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान, वाजितपुर के अभिमन्यु कुमार तथा उच्च आयु वर्ग से प्लस टू परियोजना माध्यमिक उच्च विद्यालय, आनंदपुर की जूही कुमारी, डी ए वी पब्लिक स्कूल सारामोहनपुर की प्रियंवदा के परियोजनाओं को चयनित किया गया।
वहीं, शहरी निम्न आयु वर्ग से महात्मा गांंधी शिक्षण संस्थान, गांंधी विहार के अंश कुमार एवं प्लस टू आर एन एम राजकीय बालिका उच्च विद्यालय की नंदनी कुमारी की परियोजना का चयन किया गया एवं शहरी उच्च आयु वर्ग से प्लस टू जयानंद उच्च विद्यालय बहेड़ा के किशोर कुमार झा, महात्मा गांंधी शिक्षण संस्थान गांंधी विहार के एस प्रांंजल, प्लस टू आर एन एम राजकीय बालिका उच्च विद्यालय की मिट्ठु कुमारी, दरभंगा पब्लिक स्कूल की एशना शेखर एवं नंदकिशोर के परियोजनाओं का चयन किया गया।
विद्यालय के प्रबंधक संजीव कुमार और प्राचार्य अशोक राय के निर्देशन तथा शिक्षिका कविता कुमारी के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में साधनसेवियों के रूप में डॉ. चिरंजीव कुमार, अमरदीप ठाकुर एवं जयवीर सिंह यादव का सहयोग सराहनीय रहा।
जिला स्तर पर चयनित उक्त सभी परियोजनाओं के समृद्धिकरण हेतु आज दिनांक- 14 अक्टूबर 2023 को एम एल एकेडमी लहेरियासराय में चयन समिति के समक्ष पुनर्प्रस्तु तीकरण हेतु सभी चयनित विद्यार्थियों को बुलाया गया। इसके आधार पर राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांंग्रेस के लिए निम्न परियोजनाओं को अंतिम रूप से चयन किया गया-
ग्रामीण क्षेत्र के निम्न आयु वर्ग से महात्मा गांंधी शिक्षण संस्थान, वाजितपुर के अभिमन्यु कुमार और डीएवी पब्लिक स्कूल सारा मोहनपुर की अदिति प्रिया तथा उच्च आयु वर्ग से प्लस टू परियोजना बालिका उच्च विद्यालय, आनंदपुर की जूही कुमारी एवं डीएवी पब्लिक स्कूल, सारामोहनपुर की प्रियंवदा का चयन किया गया।
शहरी क्षेत्र से निम्न आयु वर्ग में आर एन एम राजकीय बालिका प्लस टू विद्यालय लहेरियासराय की नंदनी कुमारी एवं महात्मा गांधी शिक्षण संस्थान, गांधी विहार के अंश कुमार का चयन किया गया तथा शहरी उच्च आयु वर्ग से दरभंगा पब्लिक स्कूल, दिल्ली मोड़ की ऐशना शेखर का चयन किया गया।
अंतिम रूप से चयनित ये विद्यार्थी 7 से 9 नवंबर 2023 तक भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय बाल विज्ञान कांंग्रेस में दरभंगा जिला का प्रतिनिधित्व करेंगे।