पानी घटा, बाढ़ राहत कार्य जारी, पदाधिकारी अपने क्षेत्र पर निगरानी रखें डीएम : डॉ.त्यागराजन एसएम
दरभंगा, देशज टाइम्स ब्यूरो। दरभंगा जिले में बाढ़ की स्थिति में सुधार आई है। घनश्यामपुर में पानी घट रहा है। अभी भी घनश्यामपुर, कुशेश्वरस्थान पूर्वी, किरतपुर और गौड़ाबौराम अंचलों के तटबंध के समीप वाले क्षेत्र में पानी है।(ghanshyampur me pani ghata)
घनश्यामपुर के सीओ दीनानाथ कुमार ने बताया, उनके अंचल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में बीस नाव चलवाए जा रहे हैं। इनमें 8 सरकारी व 12 निजी नाव शामिल हैं। कनकी मुसहरी ग्राम में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए दो चापाकल गड़वाया गया है।
कनकी मुसहरी में मेडिकल टीम की ओर से बाढ़ प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गयी। साथ ही घनश्यामपुर में चार सामुदायिक रसोई चलाया जा रहा है।
गौड़ाबौराम अंचल के बौराम मुसहरी टोल, रही टोल, और चतरा में सामुदायिक रसोई चलाया जा रहा है।बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 11 नाव की व्यवस्था की गई है। चतरा और रही टोल में मेडिकल टीम ने लोगों की स्वास्थ्य जांच की।
कुशेश्वरस्थान पूर्वी के चौकिया में सामुदायिक रसोई चलाया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 21 नाव की व्यवस्था की गई है। मेडिकल टीम लोगों के स्वास्थ्य जांच कर रही है।
किरतपुर अंचल के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए रसियारी हाई स्कूल व रसियारी बालक विद्यालय में सामुदायिक रसोई चलाया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित लोगों के आवागमन की सुविधा के लिए 30 नावों का परिचालन करवाया जा रहा है। मेडिकल टीम द्वारा लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।
बाढ़ राहत कार्य लगातार जारी है। आपदा प्रबंधन शाखा द्वारा बताया कि घनश्यामपुर में 04, गौड़ाबौराम में 3, किरतपुर में 02 व कुशेश्वरस्थान पूर्वी में 01 कुल, 10 स्थलों में सामुदायिक रसोई चल रही है, जहां बाढ़ प्रभावित लोगों को सुबह-शाम भोजन कराया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के आवागमन के लिए निःशुल्क 89 नाव का परिचालन करवाया जा रहा है, जिनमें 72 निजी और 17 सरकारी नाव शामिल हैं। अब तक 90 परिवारों को पॉलीथिन शीट्स उपलब्ध कराया गया है।
आज भी संबंधित प्रखण्डों के वरीय पदाधिकारियों, अंचलाधिकारियों की ओर से एनडीआरएफ टीम के साथ बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर बाढ़ की हालात का जायजा लिया गया।
डीएम डॉ.त्यागराजन एसएम ने कहा, संबंधित क्षेत्र के पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र के तटबंध पर नजर बनाए रखेंगे।अगस्त तक बाढ़ आने की संभावना बनी रहती है।