बिरौल देशज टाइम्स डिजिटल डेस्क। वाहन लूट के मामले में बिरौल पुलिस को बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। इसमें संलिप्त कई अपराधी को पुलिस ने विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया है।
जिसकी पुष्टि करते हुए एसडीपीओ मनीष चन्द्र चौधरी ने देशज टाइम्स को बताया कि 28 सितंबर को रात्री करीब 09 बजे पुलिस को सूचना प्राप्त हुआ कि बिरौल थाना क्षेत्र के सिसौनी मोर से पहले एक पिकअप वाहन को चार अपराधकर्मियों की ओर से लूट लिया गया है। पुलिस टीम गठित कर अपराधकर्मियों के विरुद्ध कई ठिकानों पर छापामारी शुरू कर दिया गया।
इस क्रम में 29 सितंबर को कोणीघाट पुल स्थित महावीर मंदिर के पास तीन मोटरसाइकिल पर चार व्यक्ति बैठ कर आपस मे बातजीत कर रहे थे, जो पुलिस वाहन को देखकर चारों भागने लगे, जिसमें चार व्यक्ति को पकड़ना चाहा, लेकिन दो व्यक्ति भागने में सफल रहा।
वहीं, दो व्यक्ति को पकड़कर पुलिस अपने निगरानी में लेते हुए नाम पता पूछा तो एक व्यक्ति घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के विशनुपुर घाट निवासी राजेन्द्र यादव का पुत्र विनोद यादव उम्र 42 तथा दूसरा व्यक्ति बिरौल थाना क्षेत्र के सुपौल बाजार निवासी स्व.उपेन्द्र सहनी का पुत्र आलोक कुमार सहनी उम्र 24 वर्ष बताये तथा भागे हुए अपने साथी का नाम लदहो निवासी स्व.टिना झा का पुत्र गौतम झा, घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के विशनुपुर निवासी विनोद पासवान का पुत्र मिथलेश पासवान बताया जो फरार है।
एसडीपीओ श्री चौधरी ने बताया कि विनोद यादव के पास से एक देसी लोडेड पिस्तौल एवं 315 बोर का जिंदा कारतूस, लूटी गई पिकअप वाहन की चाबी, आलोक सहनी के पास से एक अपाची उजला रंग का मोटरसाइकिल के अलावा छापामारी मे एक काले रंग के बुलेट मोटरसाइकिल, लूटी गई A/F एक छोटा पिकअप वाहन बरामद किया गया।
गिरफ्तार दोनों अपराधकर्मियों का पूर्व अपराधिक इतिहास पाया गया। दोनों अपराधकर्मियों को न्यायालय में उपस्थित करते हुए न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया। लूटी गई वाहन के मालिक व मधेपुरा जिला के सिंघेश्वर स्थान थाना के गोहुमनी निवासी अनिल पासवान के बयान पर एफआईआर दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार एसडीपीओ मनीष चन्द्र चौधरी के नेतृत्व वाली छापामारी टीम में थानाध्यक्ष एस एन सारंग, कुशेश्वरस्थान थानाध्यक्ष अमित कुमार, पीएस आई राहुल कुमार व मनीष कुमार, सअनि प्रभु नारायण यादव के साथ पुलिस बल मौजूद थे।
वाहन चालक सह मालिक की जुबानी
घटना को अंजाम देने के वक्त सभी चार अपराधकर्मियों ने अपने को पुलिस वाला बताते हुए वाहन को रोका। चालक सह मालिक अनिल जब उन लोगों से पुछा कि आप पुलिस वाले नहीं दिखते हैं। जबाब मे अपराधकर्मियों ने कहा कि गुप्त सूचना पर हम सभी तुम्हें पकड़ने आया हूं। अनिल ने बताया कि बहेड़ी से सामग्री डिलीवरी देकर मधेपुरा जाने के क्रम मे अपराधकर्मियों ने इस घटना को अंजाम दिया।