आंचल कुमारी, कमतौल, देशज टाइम्स। किसानों के लिए खेती का माहौल नहीं बन पा रहा। बारिश की आस है। मगर मानसून की टपटप वाली आवाज फिलहाल खामोश है। बारिश में देरी से किसानों की परेशानी साफ दिख रही। बिचड़ों को बचाने की (Monsoon is betraying the farmers of Darbhanga) जद्दोजहद बड़ी भारी पड़ रही।
Darbhanga News|Kamtaul News| किसानों ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण
किसानों ने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण आमलोग तो परेशान हैं ही, किसान अधिक परेशान हैं। सबसे अधिक परेशान छोटे तबके के वैसे किसान है, जिनके परिवार का भरण पोषण ही खेती पर निर्भर है। प्रतिकूल मौसम को देखते हुए समृद्ध किसान भी मोटर पंप या डीजल पंप सेट चलाकर खेतों में पानी डालकर बिचड़ा गिराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। क्योंकि भूगर्भीय जलस्तर नीचे चले जाने के कारण कई स्थानों पर बोरिंग भी फेल होने के कगार पर पहुंच गया हैं।
Darbhanga News|Kamtaul News| रोहणी नक्षत्र में ही पटवन कर बिचड़ा की बुआई किए थे
अहियारी, चनुआटोल, उसरा, निमरौली, अहियारी गोट, कमतौल, कुम्हरौली, मिर्जापुर आदि गांव के किसान वैकल्पिक व्यवस्था से बिचड़ों की सिंचाई कर रहे हैं. टारा और वरकुरवा चौर में पटवन कर रहे किसान सुधीर ठाकुर, महताब लाल राय, महेंद्र महतो, गिरबल महतो आदि ने कहा कि रोहणी नक्षत्र में ही पटवन कर बिचड़ा की बुआई किए थे। अभी तक रोपनी करने लायक नर्सरी तैयार नहीं हुआ है। वर्षा नहीं होने से बिचड़ों को बचाना काफी मुश्किल हो रहा है। मौसम की बेरुखी से किसानों का बुरा हाल हो रहा है।
Darbhanga News|Kamtaul News| अत्यधिक गर्मी के कारण खेत फटे पड़े हैं
अहियारी के किसान राघवेंद्र ठाकुर, मोहन महतो, अश्विनी कुमार, युगपल्टन ठाकुर आदि ने बताया कि रोहिणी नक्षत्र में बारिश नहीं होने से खेतों से नमी गायब है। अत्यधिक गर्मी के कारण खेत फटे पड़े हैं। इसके कारण खेतों से धूल उड़ने लगी है।