हरलाखी, मधुबनी देशज टाइम्स ब्यूरो। देशज टाइम्स में खबर छपते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आया। पुलिस ने शनिवार की रात ही खबर प्रकाशित होते ही उसे संज्ञान में लेते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया। कब्रिस्तान से भी शव निकाली गई। सवाल यह उठता है, पुलिस को सूचना होने के बाद पुलिस अपने कर्तव्य से आखिर किसके दबाव में पीछे हटी थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्य में सुशासन के शासन में पुलिस मस्त क्यों है, यह सवाल पीड़ित के परिवार पूछ रहे हैं….
हरलाखी थाना क्षेत्र के सोठगांव गांव अंतर्गत मधुबनी टोला में गांव के दबंगों ने बेदर्दी से मारपीट कर एक किशोर की निर्मम हत्या कर दी। हत्या के बाद दबंगो ने उक्त किशोर के शव को कब्रिस्तान में ले जाकर दफना दी।
इतना ही नहीं दबंगो ने पीड़ित परिजनों को दो तीन दिनों तक घर से बाहर जाने से रोका गया ताकि थाना पुलिस को इस घटना की खबर ना मिले। घटना बीते 30 सितंबर की बताई जा रही है। इस घटना को सबसे पहले देशज टाइम्स ने उजागर किया। उस आवेदन को दिखाया जो पीड़ित परिवार पुलिस को सौंपकर कार्रवाई की मांग कर रहे थे मगर पुलिस अनदेखी कर रही थी।
जानकारी के अनुसार घटना के समय मृतक के पिता मो. हबीब राइन साबुन बेचने गए हुए थे। तथा मृतक की मां और भाभी मवेशी के लिए घास काटने बधार गयी हुई थी। इसी बीच तेरह वर्षीय बालक मो अहमद राईन गांव के कुछ बच्चों के साथ खेलते-खेलते मो कासिम राईन के दुकान की ओर चला गया। जहां कासीम राईन ने दुकान से चॉकलेट चोरी करने का इल्जाम लगाते हुए उक्त बालक को रस्सी से बांधकर बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी। इसके बाद शव को उनके घर पर जाकर रख दिया। जब मृतक के परिजन घर आए तो देखा की बालक का शव आंगन में रखा हुआ है। तब आसपास के लोगों से इस घटना की जानकारी ली।
कानूनी कार्रवाई के लिए थाना जाना चाह रहे थे लेकिन आरोपी ने थाना जाने से मना करते हुए उन्हें दो दिन तक घर से बाहर निकलने नहीं दिया। फिर शव को ले जाकर कब्रिस्तान में दफना दी।
घटना के दो दिन बाद किसी तरह परिजन मधुबनी जाकर पुलिस अधीक्षक को आवेदन दिया। उसके बाद स्थानीय थाना पुलिस हरकत में आ गई और शनिवार रात घटना के मुख्य आरोपी मो. कासिम राईन को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद रविवार को एएसआइ विनय शर्मा के साथ भारी संख्या में पुलिस बल कब्रिस्तान पहुंची जहां दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त बीएओ नौशाद अहमद के देखरेख में हत्या के पांच दिन बाद शव को कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया गया।
इस दौरान शव को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस घटना को लेकर मृतक के पिता मो हबिब राईन ने मो कासिम राईन समेत सात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करायी है। इधर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। गांव में मातम पसरा हुआ है। इस बावत थानाध्यक्ष प्रेम लाल पासवान ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति को जेल भेज दिया गया है। तथा अन्य अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है।