मुख्य बातें
सभी वार्ड सदस्य अपने-अपने वार्डों में नलजल सुचारू कर फोटो युक्त एलबम बना कर दें: बीडीओ
गंगुली पंचायत के कई वार्डों ने बीडीओ को सुपुर्द किया नलजल का एलबम
फोटो: बेनीपट्टी प्रखंड कार्यालय स्थित अपने कार्यालय में एलबम प्राप्त करते बीडीओ
बेनीपट्टी, मधुबनी देशज टाइम्स। प्रखंड प्रशासन मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी नलजल योजना को धरातल पर उतारने में जुट गयी है। स्वयं बीडीओ सह प्रभारी प्रखंड पंचायतीराज पदाधिकारी रवि रंजन सभी 31 पंचायतों में नलजल योजना को सुचारू रूप से संचालित कराने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जिसका असर भी देखने को मिल रहा है।
दरअसल, मुख्यमंत्री सात निश्चय के अंतर्गत नलजल योजना बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के कई पंचायतों में सुचारू रूप से संचालित है, लेकिन अधिकांश पंचायतों में इसकी स्थिति असंतोष जनक देखी गयी है। बुधवारीय जांच के दौरान भी कई पंचायतों में अधिकारियों के समक्ष उपभोक्ताओं ने जलापूर्ति नही होने की शिकायत की है।
इन सभी बातों को गंभीरता से लेते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री रंजन तत्परता के साथ नलजल योजना के संचालन में आ रही समस्याओं के निष्पादन के दिशा में बढ़ चढ़कर कार्य करने में जुटे हुए हैं। उन्होंने सभी वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को निर्देशित किया है कि संबंधित वार्ड में नलजल को किसी भी हाल में संचालित करवायें, ताकि को उपभोक्ताओं के पास नल का शुद्ध जल पहुंच सके।
साथ ही जलापूर्ति शुरू होने के बाद उपभोक्ताओं के साथ अक्षांश और देशांतर युक्त फोटो खींचकर एलबम बना कर दें। इस कार्य में गति देने की जिम्मेवारी बीडीओ सह प्रभारी बीपीआरओ ने मुखियों को भी दिया है। साथ ही उन्होंने जलापूर्ति हो रहे वार्डों में उपभोक्ताओं से 30 रुपए मासिक उपभोक्ता शुल्क वसूल करने पर भी जोड़ देने की हिदायत मुखियों और वार्ड सदस्यों को दी है।
बीडीओ ने बताया कि सभी पंचायतों में नलजल योजना बेहतर और सुचारू रूप से संचालित हो, इसके लिए प्रखंड प्रशासन कार्य कर रही है। गंगुली के तीन वार्डों सहित अन्य पंचायत के वार्डों द्वारा भी वार्ड में जलापूर्ति होते हुए फोटोयुक्त एलबम प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया गया है।
आशा है कि सभी पंचायतों की ओर से इस प्रयास को सफल बनाने में सहयोग मिलेगा। एलबम प्राप्त करने के दौरान पाली के मुखिया राजेंद्र मिश्र, नवकरही के मुखिया राम संजीवन यादव और गंगुली के वार्ड सदस्य दिलीप झा सहित अन्य मौजूद थे।