कुमार गौरव/समीर कुमार मिश्रा, मधुबनी देशज टाइम्स। नगर थाना क्षेत्र के भच्छी गांव के उत्तरवारी टोला में गांव के ही शंभु पासवान के पुत्र विजय पासवान की लाश मिलने से सनसनी फैल गई है। शंभु की लाश उसके प्रेमिका के ससुराल के पास से (Mysterious death of Vijay in Madhubani) मिली है।
लव सेक्स और हत्या की इस वारदात में फिलहाल पुलिस हर एंगिल से तहकीकात कर रही है लेकिन, सबसे अहम है दोनों के मोबाइल का कनेक्शन। अगर मृतक प्रेमी विजय और प्रेमिका पूजा के मोबाइल का CDR सही से खंगाला जाए तो पूरे मामले से पर्दा खुल सकता है। वह राज भी सामने आएंगे जिसपर फिलहाल परिजनों और ग्रामीणों की ओर से सिर्फ आरोप जड़े जा रहे।
जानकारी के अनुसार, शनिवार की सुबह पांच बजे में नगर थाना क्षेत्र के भच्छी गांव के उत्तरवारी टोला में मंजुला अपनी दुकान के पास गाय के लिए भुस्सा लेने के लिए दुकान के पास पहुंचे। वहां पहुंचते ही उनकी मुंह से चीख निकल गई। चीख सुनकर आस पास के लोग दौड़े तो सभी की नजर 23 वर्षीय विजय पासवान पर पड़ी। विजय पासवान जमीन पर गिरा पड़ा था।
विजय कुमार पासवान की हत्या की बात सुनते ही पूरे इलाके में सनसनी मच गई। तत्काल लोगों ने यह जानकारी उसके परिजनों को दी। सूचना पाकर दौड़े दौड़े आए परिजनों ने विजय कुमार पासवान का हाथ पकड़कर उठाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं उठा।
इसकी सूचना परिजनों और ग्रामीणों ने तत्काल डायल 112 और नगर थाना को दी। लेकिन पुलिस नही पहुंची। पुलिस ने उसे हॉस्पिटल ले जाने और आवेदन देने की बात कह तत्काल अपने कर्तव्यों की इति श्री कर ली।
परिजन और ग्रामीण विजय के शव को लेकर सदर हॉस्पिटल पहुंचे। हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सकों ने भी विजय कुमार पासवान को मृत बता दिया। इसके बाद उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर हॉस्पिटल के पोस्टमार्टम के लिए ले जाने को कहा गया।
परिजनों ने पुलिस को पुनः जानकारी दी। विजय की मां विमला देवी को विजय के पास से बच्चों का कपड़ा और चाकलेट मिला। उसकी मां का घर के सामने रहने वाले राम मुखिया के परिवार पर विजय की हत्या का आरोप लगाते हुए अपनी बातें सामने रखीं।
विजय का दो बच्चों की मां पूजा से प्रेम संबंध था। विजय के आस पास रहने वाले पड़ोसियों ने विजय की हत्या का कारण राम मुखिया के पुत्र पिंकू की पत्नी दो बच्चो की मां से पिछले तीन वर्षों से प्रेम संबंध बता रहे थे।
विजय के आस परोस में रहने वाले सभी पूजा के प्रेम के प्रतिशोध में ही हत्या की बात कह रहे थे। पुलिस से जांच की मांग कर रहे थे। लेकिन पुलिस संवेदनहीन बनी रही। जबकि नगर थाना में अपने रिटायर मृत पिता की जगह नगर थाना पुलिस की हाजरी बजाने वाले बिंदेश्वर पासवान से भी थाना के SHO को सभी जानकारी थी। लेकिन, संवेदनहीन पुलिस के कान पर जूं नहीं रेंगी।
घंटों संवेदनहीन बनी रही पुलिस के प्रति परिजनों व ग्रामीणों में आक्रोशित व्याप्त हो गया। सभी का आरोप था कि विजय बीती रात्रि 12 बजे तक अपने दरवाजे पर खड़ा था। विजय हमेशा की तरह छुपकर पूजा से मिलने आधी रात को गया था, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई।
इससे पूर्व भी कई बार विजय के परिजन और पूजा के ससुराल वाले दोनों को समझाए थे। लेकिन दोनों का आधी रात के बाद मिलना जुलना जारी था। पड़ोसियों की माने तो पूजा और विजय एक दूसरे के घर में भी आकर मिलते-जुलते रहते थे।
कल विजय ऑनलाइन पूजा के बच्चों के लिए कपड़े और चॉकलेट मंगवाया था जो संभवतः पूजा को देने वाला था। इधर, देखते-देखते सदर हॉस्पिटल में परिजन और ग्रामीण काफी आक्रोशित होकर सभी नगर थाना पर पहुंच गए। और नगर थानेदार से गर्मागर्म बहस व पुलिस की फजीहत शुरू हो गई।
इससे बचने के लिए पुलिस शव का पोस्टमार्टम करने के लिए रिकुजिशन सदर हॉस्पिटल के चिकित्सक को दिया। इसके बाद उसका पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। इसके बाद पुलिस विजय के घर के सामने पूजा के ससुराल पहुंच कर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
विजय की हत्या को लेकर परिजनों और पड़ोसियों ने बताया कि विजय के शरीर,हाथ समेत कई जगहों पर गंभीर चोट के निशान थे। विजय हत्या के तमाम अटकलों के बीच प्रेम की ज्वाला में अग्नि को सुपुर्द हो खाक हो गया मगर लव सेक्स और हत्या के बाद कई राज लोगों के जुबान पर छोड़ गया।
हर मामले में फजीहत झेलनी की आदि हो चुकी मधुबनी नगर थाना की पुलिस विजय की हत्या की गुत्थी ईमानदारी पूर्वक सुलझा पाती है या नहीं, इस बात पर सभी की निगाहें टिकी हैं।