पटना | बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में लगभग आठ महीने पहले हुए एके-47 हथियार की बरामदगी मामले में आज राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने छपरा, वैशाली और मुजफ्फरपुर में छापेमारी की। यह छापेमारी करीब दस घंटे तक चली और विभिन्न स्थानों पर जांच की गई।
मुजफ्फरपुर में मुखिया के घर छापेमारी
- मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड के मनकौली गांव में मुखिया नंदकिशोर यादव उर्फ भोला राय के घर पर एनआईए की टीम ने सुबह पांच बजे से छापेमारी शुरू की।
- मनकौली गांव के श्मशान से एके-47 बरामद हुई थी और इसमें मुखिया के बेटे देवमुनी की गिरफ्तारी भी हुई थी। एनआईए टीम इस मामले की जांच कर रही है।
सारण में मुख्य पार्षद के घर छापेमारी
- एनआईए की एक अन्य टीम ने सारण जिले के परसा नगर पंचायत की मुख्य पार्षद आयासा खातून के दो घरों पर छापेमारी की।
- स्थानीय लोगों का दावा है कि उनके बेटे मोहम्मद करमुल्लाह अंसारी के घर से बांग्लादेशी हथियार बरामद हुए हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
- इससे पहले भी डीआईजी मनु महाराज के कार्यकाल में करमुल्लाह के घर छापेमारी हो चुकी है, जिसमें बांग्लादेशी हथियार और विदेशी मुद्रा के लेन-देन के आरोप थे।
वैशाली में तीन स्थानों पर छापेमारी
- वैशाली जिले के महुआ थाना इलाके में स्थित गौसपुर चकमजाहिद में एनआईए की टीम ने स्व. अनिल राय के बेटे मुन्ना राय के घर पर छापेमारी की।
- इसके बाद टीम ने घर को सील कर दिया, और जांच के दौरान कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ।
- एनआईए ने हाजीपुर के एसडीओ रोड और कृष्णापुरी में भी छापेमारी की, लेकिन दोनों जगहों से कुछ भी आपत्तिजनक सामग्री बरामद नहीं हुई।
- संदीप कुमार सिन्हा और सत्यम कुमार के घरों से कुछ भी आपत्तिजनक बरामद नहीं हुआ, लेकिन सत्यम कुमार बेऊर जेल में पिछले आठ महीने से बंद हैं।
स्थानीय समुदाय में हड़कंप
एनआईए की छापेमारी के बाद चेतन छपरा और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है।
- वैशाली के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने पुष्टि की कि एनआईए ने जिले के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की।
एनआईए की यह छापेमारी इस महत्वपूर्ण मामले में आगे की जांच के हिस्से के रूप में की गई, जिसमें बांग्लादेशी हथियार और अन्य संदिग्ध गतिविधियों की तलाश की जा रही है।