लो बिहार में भी कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत हो गई…? बिहार में भी अब तेजी से संक्रमण फैल रहा है। इससे तो ऐसा ही लग रहा है कि एक बार फिर हालात बेकाबू हो सकते हैं। कारण, जब सीएम नीतीश कुमार के जनता दरबार में पॉजिटिव केस सामने आ गए तो अब यह तय है बिहार कोरोना विस्फोट के मुहाने तक पहुंच चुका है।
पिछले पांच दिनों में ही कोरोना की रफ्तार पां गुना बढ़ चुकी है। 29 दिसंबर को राज्य में जहां कोविड-19 के 77 केस सामने आए थे तो 2 जनवरी को सूबे में 350 से अधिक लोग संक्रमित पाए गए। वहीं, सीएम के जनता दरबार में केस मिलना चौंकाता है और समझदारी भरा कदम बढ़ाने के लिए सरकार को उकसाता भी है।
मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आने वाले फरियादियों की कोरोना जांच कराई जाती है इसी दौरान आज 6 फरियादियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फरियादियों के पॉजिटिव पाए जाने की खबर जनता दरबार में CM नीतीश उठ खड़े हुए।
जानकारी के अनुसार,आज छह फरियादियों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। फरियादियों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद जनता दरबार कार्यक्रम की जिम्मेदारी संभाल रहे अधिकारी सकते में आ गए हैं। इस बात की खबर अधिकारियों ने सीएम नीतीश कुमार को आकर दी, तब तक तो सबके होश उड़ चुके थे।
स्वंय सीएम नीतीश कुमार भी उठ खड़े हुए। इस दौरान वो अपने अधिकारीयों से गर्म पानी भी पीने के लिए मांगे। इसके बाद से वो खड़े होकर बाकी फरियादियों की शिकायत सुनने लगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गले में भी खराश देखने को मिली है। जनता दरबार के दौरान मुख्यमंत्री बार-बार गले में खराश की शिकायत कर रहे थे। उन्होंने अपने कर्मी से गर्म पानी पिलाने के लिए भी कहा। मुख्यमंत्री खुद यह कहते नजर आए की गर्म पानी पिलाइए गले में दिक्कत है। पानी पीने के बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत चाय भी मंगाई। मुख्यमंत्री के गले में जो परेशानी थी, उसे जनता दरबार के लाइव के दौरान देखा जा रहा था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जनता दरबार कार्यक्रम में फरियादियों की शिकायत सुन रहे हैं। इस बार भी कोरोना नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कोरोना प्रोटोकॉल के तहत ही लोगों को इंट्री दी जा रही है।
अब इसको लेकर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी एक ट्वीट किया है. उन्होंने जनता दरबार स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने लिखा है कि बढ़ते हुए कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह है कि जनता दरबार कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित रखा जाए, राज्यहित में यह कारगर फैसला होगा।
बिहार में 29 दिसंबर को 77 लोग कोरोना से संक्रमित मिले तो अगले ही दिन 30 दिसंबर को 132 नए मरीज सामने आए। साल के पहले दिन 1 जनवरी को नए मरीजों की संख्या बढ़कर 281 हो गई तो 2 जनवरी को राज्य में 352 केस सामने आए। इस तरह देखें तो 5 दिन में 24 घंटे में सामने आने वाले नए मरीजों की रफ्तार करीब 5 गुना बढ़ चुकी है।
रविवार को बिहार में 352 कोरोना के नए संक्रमित मरीजों की पहचान रविवार को हुई। एक दिन पूर्व राज्य में 281 नए संक्रमित मरीज मिले थे। इस प्रकार, 24 घंटे के अंदर करीब 26 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके पूर्व 18 जुलाई, 2021 को राज्य में 347 नए संक्रमित मरीज मिले थे।
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